भीलवाड़ा में उद्योगों के लिए रेलवे से माल परिवहन को बढ़ावा, मंडपियाऔर लाम्बिया में लॉजिस्टिक स्टडी

भीलवाड़ा में उद्योगों के लिए रेलवे से माल परिवहन को बढ़ावा, मंडपियाऔर लाम्बिया में लॉजिस्टिक स्टडी
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भीलवाड़ा हलचल . स्थानीय उद्योगों को सड़क मार्ग के बजाय रेलवे से माल परिवहन करने पर लागत में उल्लेखनीय कमी आएगी और कार्बन क्रेडिट संबंधी जिम्मेदारियों में भी राहत मिलेगी। उत्तर पश्चिम रेलवे माल परिवहन को तेजी और सुरक्षित बनाने के लिए देशभर में नए प्रयास कर रहा है। निर्यात माल को बंदरगाहों तक शीघ्र पहुँचाने के लिए विशेष योजनाएँ लागू की जा रही हैं और चिन्हित स्थानों पर कंटेनर डीपो विकसित किए जाएंगे।

भीलवाड़ा क्षेत्र के लिए नई पहल

उद्योगों से जुड़े माल परिवहन के लिए मंडपिया, लाम्बिया आदि स्टेशनों को चिन्हित कर वहाँ की लॉजिस्टिक स्टडी करवाई जा रही है। रेलवे विशेष पार्सल परिवहन योजना तैयार कर रहा है, जिसके तहत उद्योगों के स्थान से सीधे माल उठाकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाएगा। इस व्यवस्था के लिए विशेष एप भी विकसित किया जा रहा है।

यह जानकारी उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय के चीफ कमर्शियल मैनेजर (फ्रेट मार्केटिंग) विवेक रावत ने मेवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में आयोजित उद्यमी संवाद में दी। इस दौरान सहायक वाणिज्य प्रबंधक राजकुमार और भीलवाड़ा सीएमआई गोवर्धन भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में मानद महासचिव आर.के. जैन और ज़ेडआरयूसीसी सदस्य वी.के. मानसिंगका ने अतिथियों का स्वागत किया।

नीतियों में सुधार और उद्योगों के सुझाव

रावत ने बताया कि माल परिवहन प्रणालियों में मौजूद पॉलिसी बॉटलनेक्स दूर किए जा रहे हैं। नई प्रणाली विकसित करने और सुझाव प्राप्त करने के लिए आईआईएम उदयपुर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उद्योगों से जुड़ी समस्याओं को समझने के लिए यह बैठक आयोजित की गई।

संवाद के दौरान कई उद्योग प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे

आर.के. जैन ने कहा कि रेलवे को परम्परागत नीतियों से हटकर नया बिजनेस मॉडल विकसित करना चाहिए।

बी.एस. पंवार ने निर्यात के लिए एसएलआर और पार्सल कोच में छूटकर माल परिवहन शुरू करने का सुझाव दिया और कहा कि इसे प्रारंभ में बांद्रा रूट पर लागू किया जा सकता है।

वी.के. मेहता ने कहा कि भीलवाड़ा के टेक्सटाइल उद्योग लुधियाना, त्रिपुर, कोलकाता सहित विभिन्न शहरों में माल भेजते हैं। यदि रेलवे लागत और समय की दृष्टि से बेहतर सेवा देगा तो उद्योग स्वतः रेलवे को प्राथमिकता देंगे।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. आर.सी. लोढ़ा ने सुझाव दिया कि लंबी दूरी के माल परिवहन में किराया क्रमशः कम रखने से परिवहन बढ़ेगा।

एन.के. जैन ने वॉल्यूम आधारित वार्षिक भाड़ा अनुबंध योजना शुरू करने का प्रस्ताव रखा, जिससे उद्योग रेलवे की ओर आकर्षित होंगे।

रेलवे की इस पहल से भीलवाड़ा के उद्योगों को कम लागत, बेहतर डिलीवरी और पर्यावरणीय लाभ मिलने की संभावना है।

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