परंपरा की ओर लौट रहा बाजार:: तांबा-पीतल के बर्तनों की फिर बढ़ी चमक, शादी सीजन में 30% तक बढ़ी बिक्री

पुराने दौर के बर्तन एक बार फिर से बाजार में अपनी जगह बना रहे हैं। आधुनिकता के इस दौर में खरीदारों का झुकाव अब फिर से तांबा और पीतल के बर्तनों की ओर बढ़ रहा है। शादी-ब्याह के सीजन की आहट के साथ ही बाजारों में ग्राहकों की चहल-पहल बढ़ गई है, वहीं कारोबारियों की उम्मीदें भी नई ऊंचाइयों पर हैं।
🔹 तांबा-पीतल के बर्तनों की बढ़ी डिमांड
व्यापारियों के अनुसार इस बार बाजार में तांबे की ओरली, पीतल के फ्लावर पॉट और पालिश वाले स्टील बर्तन सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। एक बर्तन व्यापारी ने बताया कि सहालग के सीजन में पीतल और तांबे की बिक्री में करीब 30% की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, “अब लोग फिर से पारंपरिक धातुओं की ओर लौट रहे हैं, क्योंकि ये बर्तन सुंदर, टिकाऊ और स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर माने जाते हैं।”
🔹 बाजार भाव
कारोबारी राम गुप्ता ने बताया कि फिलहाल बाजार में —
तांबा: ₹950 से ₹1200 प्रति किलो
पीतल: ₹600 से ₹850 प्रति किलो
स्टील: ₹250 से ₹500 प्रति किलो
के बीच बिक रहा है।
चांदी की कटोरी करीब ₹1100 में उपलब्ध है।
🔹 ‘मैजिक गिलास’ बना नया आकर्षण
इस बार बर्तन बाजार में एक नया प्रोडक्ट भी चर्चा में है — ‘मैजिक गिलास’। इस लेज़र प्रिंट वाले गिलास की खासियत यह है कि ठंडा पानी डालते ही इसका रंग बदल जाता है। छह पीस के एक सेट की कीमत ₹340 रखी गई है।
🔹 शादियों ने बढ़ाई रौनक
व्यापारी मोहन श्याम ने बताया,
> “शादी का सीजन शुरू हो गया है और बर्तन देना शुभ माना जाता है। ग्राहकों की बढ़ती मांग को देखते हुए हमने पहले ही माल मंगवा लिया है।”
दूसरे व्यापारी ने बताया,
> “सहालग के सीजन में स्टील का टब, परात, फूल का लोटा और कटोरा जैसे पारंपरिक बर्तन खूब बिक रहे हैं। सहालग को देखते हुए पूरा स्टॉक भरवा लिया गया है।”
🔹 कारोबारियों की उम्मीद
पिछले पांच वर्षों में बर्तनों के दामों में लगभग 7–8% की बढ़ोतरी हुई है। व्यापारियों का अनुमान है कि आने वाले तीन महीनों में बर्तनों का कारोबार चरम पर रहेगा और पारंपरिक धातुओं की चमक बाजार में फिर लौट आएगी।
