अब सिगरेट की तरह चेतावनी समोसे और जलेबी पर भी होगी!

अब सिगरेट की तरह  चेतावनी समोसे और जलेबी पर भी होगी!
X

भीलवाड़ा हलचल वस्त्र नगरी के साथ ही भीलवाड़ा कचोरी पकौड़ी नमकीन के लिए फेमस है और यहां की नमकीन , कचोरी और समोसे मुंबई , पुना , दिल्ली ओर विदेश तक जाते हे मगर अब इन छोटी चीजों के साथ ही सुबह शुभ रसभरी जेलबी खाने वाले को भी सावधान होना पड़ेगा, ये सारी चीजें आपके स्वास्थ्य को गंभीर ठेस पहुंचा रही हे ।


अगर आप भीलवाड़ा की गलियों में चाय के साथ गरमा-गरम समोसे या जलेबी का आनंद लेने जा रहे हैं, तो अब आपको स्वाद से पहले सेहत पर ध्यान देना पड़ेगा. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नई पहल के तह निर्देश दिया है कि वह शहर में बिकने वाले हाई-फैट और हाई-शुगर वाले खाद्य पदार्थों के पास ‘तेल और चीनी चेतावनी बोर्ड’ लगाए.

इस आदेश के अनुसार, समोसे, जलेबी, कचौरी, छोले-भटूरे, मिठाइयां और अन्य तले-मीठे व्यंजन जिनमें अधिक मात्रा में ट्रांस फैट, शुगर और कैलोरी होती है, उनके पास ग्राहकों को जागरूक करने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे. इन बोर्डों पर लिखा होगा कि इस खाद्य पदार्थ में कितना तेल, घी, ट्रांस फैट और शुगर है, और यह सेहत के लिए कितना नुकसानदेह हो सकता है.

लोगों को जागरूक करना उद्देश्य

जानकारी के अनुसार, यह पहल शहरवासियों को हृदय रोग, डायबिटीज़, हाई बीपी और मोटापे जैसे रोगों से बचाने के उद्देश्य से की जा रही है. यह आदेश FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) की गाइडलाइंस के अनुरूप है, जो 'ईट राइट इंडिया' अभियान के तहत लोगों को संतुलित और सुरक्षित आहार के लिए प्रेरित करता है.

खाने के साथ चेतावनी भी

स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ठीक उसी तरह जैसे सिगरेट के पैकेट पर चेतावनी दी जाती है, उसी तर्ज पर अब ‘जंक फूड’ समझे जाने वाले इन पारंपरिक खाद्य पदार्थों पर भी चेतावनी दी जाएगी. इन बोर्डों पर स्पष्ट तौर पर लिखा होगा जैसे – “इस समोसे में ट्रांस फैट की अधिक मात्रा है, जो हृदय के लिए खतरनाक हो सकता है.” “यह जलेबी अत्यधिक चीनी से भरपूर है, अधिक सेवन से डायबिटीज़ का खतरा बढ़ सकता है.”

भीलवाड़ा में भी हो सकती है शुरुआत

देश में नागपुरमें यह मॉडल सफल रहता है, तो इसे भीलवाड़ा जैसे अन्य शहरों में भी लागू किया जा सकता है. मंत्रालय इस अभियान को एक राष्ट्रीय मॉडल के तौर पर आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहा है.


आपकी सेहत खा रहे हैं समोसा-जलेबी!


नागपुर में शुरू हुई यह अनूठी पहल भारत में खाद्य चेतना और सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर एक बड़ा कदम मानी जा सकती है. समोसे-जलेबी के स्वाद से पहले अब सेहत की बात भी होगी, और शायद यही बदलाव आने वाले समय में जीवनशैली को और बेहतर बनाए.

Next Story