स्टील कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई, जयपुर-सीकर-भीलवाड़ा में आयकर विभाग की 50 टीमों का छापा

स्टील कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई, जयपुर-सीकर-भीलवाड़ा में आयकर विभाग की 50 टीमों का छापा
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भीलवाड़ा/जयपुर। आयकर विभाग ने बुधवार सुबह राजस्थान के तीन प्रमुख शहरों—जयपुर, सीकर और भीलवाड़ा—में स्टील कारोबार से जुड़ी कंपनियों पर एक साथ बड़ी कार्रवाई की। टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर विभाग ने कुल 35 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। यह कार्रवाई विभाग की अन्वेषण शाखा (इन्वेस्टिगेशन विंग) की ओर से की गई, जिसने सुबह-सुबह अलग-अलग दिशाओं से टीमों को रवाना किया।

सूत्रों के अनुसार, स्टील व्यापार से संबंधित कई फर्मों पर लंबे समय से टैक्स चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। जयपुर में 15 जगहों पर जबकि सीकर और भीलवाड़ा में कुल 20 ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है। विभाग की 50 से अधिक टीमें इस छापेमारी में जुटी हैं।

भीलवाड़ा में कार्रवाई का केंद्र रत्नाकर ग्रुप रहा, जिसे शहर का प्रमुख स्टील कारोबारी समूह माना जाता है। टीमों ने गांधीनगर स्थित मुख्य कार्यालय और पांसल रोड पर फैक्ट्री में दस्तावेजों की गहन जांच की। बताया जा रहा है कि रत्नाकर ग्रुप पर कुछ समय पहले डीजीजीआई ने भी कार्रवाई की थी और करीब 20 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई थी। समूह का सालाना कारोबार 100 करोड़ रुपये से अधिक है और इसके डायरेक्टर शंकरलाल जाट, उनके भाई डालचंद जाट और पुत्र राजेंद्र चौधरी कारोबार से जुड़े हैं।

आयकर अधिकारियों ने तलाशी के दौरान वित्तीय दस्तावेजों के साथ डिजिटल रिकॉर्ड—कंप्यूटर, हार्ड डिस्क और मोबाइल डेटा—की भी जांच की। विभाग का मानना है कि डिजिटल साक्ष्यों से टैक्स चोरी और बेनामी लेनदेन से जुड़ी अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।




कार्रवाई की मॉनिटरिंग विभाग के वरिष्ठ अधिकारी खुद कर रहे हैं। शुरुआती जांच में कैश ट्रांजैक्शन और फर्जी बिलिंग के संकेत मिले हैं। विभाग अब जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डाटा का विश्लेषण करेगा। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी के खुलासे हो सकते हैं।

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