नवरात्रि से पहले सूखे मेवे खरीदना फायदेमंद, दाम बढ़ने की पूरी संभावना

अखरोट को छोड़ बाकी मेवों के दाम गिरे, लेकिन त्योहार से पहले 10-15% तक महंगे हो सकते हैं
भीलवाड़ा। अगर आप नवरात्रि में सूखे मेवों का सेवन या उपहार में देने की योजना बना रहे हैं, तो अभी खरीदारी करना आपके लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। बाजार में इस समय अखरोट को छोड़कर ज्यादातर मेवों के दाम में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन व्यापारियों का अनुमान है कि त्योहार नजदीक आते ही इनकी कीमतों में 10-15% तक का उछाल आ सकता है।
अभी क्या हैं दाम?
वर्तमान में लखनऊ की यहियागंज थोक मंडी में अखरोट ₹1400 किलो पर पहुंच गए हैं, जो पहले ₹1200 किलो बिक रहे थे। आवक कम होने से इनकी कीमत में और बढ़ोतरी की संभावना है। बादाम के दाम ₹750 से घटकर ₹700 किलो हो गए हैं। मखाना, जो कुछ माह पहले ₹1300 किलो था, नई फसल आने के बाद ₹1100 किलो पर मिल रहा है।
किशमिश के दाम हाल ही में स्थिर हो गए हैं। नेपाल के रास्ते चीन से तस्करी के जरिए किशमिश की आपूर्ति बढ़ने से कीमतें ₹500 किलो से घटकर ₹400-₹450 किलो के बीच आ गई हैं। छुआरे के दाम में भी ₹15-₹20 किलो की कमी आई है और यह ₹150-₹200 किलो बिक रहे हैं। पिस्ता ₹1200 किलो और चिरौंजी ₹1600 किलो पर स्थिर है।
त्योहार से पहले क्यों बढ़ेंगे दाम?
व्यापारियों के अनुसार, 22 सितंबर से नवरात्रि शुरू हो रही है। इस दौरान मेवों की मांग अचानक बढ़ जाएगी, जिससे थोक बाजार में 10-15% तक दाम बढ़ना तय माना जा रहा है। खासकर अखरोट, किशमिश और बादाम में यह बढ़ोतरी ज्यादा देखने को मिल सकती है।
अभी खरीदना क्यों फायदेमंद?
थोक दामों में अभी गिरावट है, जो त्योहार के समय बढ़ जाएगी।
मेवों को फ्रीज में कुछ दिनों के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है।
नवरात्रि व दीपावली सीजन में महंगे दाम चुकाने से बचेंगे।
व्यापारियों की राय
लखनऊ किराना कमेटी के वरिष्ठ महामंत्री प्रशांत गर्ग के मुताबिक, “मखाना और छुआरे की नई फसल आने से फिलहाल इनके दाम में गिरावट आई है, लेकिन अखरोट की कीमतें लगातार चढ़ रही हैं। त्योहार के समय सभी मेवों में तेजी आएगी, इसलिए अभी खरीद लेना समझदारी है।”
फुटकर में कितना फर्क?
थोक मंडी के मुकाबले फुटकर बाजार में मेवों के दाम 3-5% तक अधिक होते हैं। यानी अखरोट जो थोक में ₹1400 किलो है, वह खुदरा में ₹1440 से ₹1470 किलो तक मिल सकता है। यही हाल अन्य मेवों का भी है।
अगर आप नवरात्रि के दौरान मेवों का सेवन या मिठाई, पकवान, उपहार आदि में इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं, तो अभी थोक या फुटकर में खरीदना आर्थिक रूप से लाभकारी रहेगा। आने वाले दिनों में मांग बढ़ने से दाम चढ़ेंगे और त्योहार से पहले सस्ता माल मिलना मुश्किल हो जाएगा।
