जापान की कपड़ा कंपनियां जल्द भारत में करेंगी निवेश

भारत का टेक्सटाइल उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहा है. हाल में अमेरिकी सरकार द्वारा टैरिफ लगाने के कारण भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए वैश्विक स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिला है. पश्चिमी देश जो पहले कपड़े के लिए चीन पर निर्भर थे, उनकी दिलचस्पी भी भारत की ओर हो रही है. इसका परिणाम दिख रहा है. मई 2025 में भारत का कपड़ा निर्यात पिछले साल के मुकाबले 11.3 फीसदी बढ़ा है. इस बढ़त को बनाए रखने के लिए केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह जापान के दौरे पर गए.
यात्रा के पहले दिन 14 जुलाई टोक्यो में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर यात्रा की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने गांधीजी के सत्य, अहिंसा और करुणा के आदर्शों की स्थायी प्रासंगिकता पर जोर दिया. इसके बाद टोक्यो स्थित भारतीय दूतावास का दौरा कर भारत-जापान संबंधों और कपड़ा क्षेत्र में उपलब्ध मौकों को लेकर राजदूत सिबी जॉर्ज द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन की अध्यक्षता की. गौरतलब है कि कृषि के बाद कपड़ा क्षेत्र सबसे अधिक रोजगार मुहैया कराता है. कपड़ा क्षेत्र का जीडीपी में 2.3 फीसदी का योगदान है. वैश्विक बाजार में भारतीय कपड़े की मांग लगातार बढ़ रही है और आने वाले समय में भारत इस मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा.
जापान की कपड़ा रिटेल कंपनियों को दिया भारत आने का न्यौता
केंद्रीय मंत्री ने विश्व की अग्रणी परिधान खुदरा कंपनियों में से एक फास्ट रिटेलिंग कंपनी लिमिटेड के चेयरमेन, अध्यक्ष और सीईओ तदाशी यानाई के साथ एक रणनीतिक बैठक की. इस बैठक में भारत में फास्ट रिटेलिंग के सोर्सिंग, विनिर्माण और खुदरा प्रचालनों के विस्तार से चर्चा की गयी. साथ ही उन्होंने जापान की प्रमुख टेक्सटाइल ट्रेडिंग और ओईएम कंपनी स्टाइलम कंपनी लिमिटेड की लीडरशिप टीम से भी मुलाकात की और उन्हें पीएम मित्र पार्क और अन्य सरकारी पहलों के माध्यम से भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया. डाइसो इंडस्ट्रीज के निदेशकों से मुलाकात की, जिन्होंने भारत में 200 स्टोर खोलने और सूती उत्पादों के विनिर्माण की योजना की घोषणा की.