ये कैसी आस्था?: पूजा करते हुए तीन बार बोला- मां काली दर्शन दो..., फिर काट लिया गर्दन; मौत से मचा हड़कंप

ये कैसी आस्था?: पूजा करते हुए तीन बार बोला- मां काली दर्शन दो..., फिर काट लिया गर्दन; मौत से मचा हड़कंप
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वाराणसी में घर के आंगन में बैठे पुजारी द्वारा पूजा-पाठ के दौरान गर्दन काट कर जान देने की घटना को लेकर इलाके में तरह- तरह की चर्चाएं हो रही हैं। उसने पूजा के दौरान मां काली दर्शन दो, मां काली दर्शन दो... यह कहते हुए गर्दन रेत लिया था। इस खबर के जरिये पढ़िए- पुजारी ने कैसे खत्म कर दी अपनी जीवनलीला...

पूजा-पाठ में ज्यादा विश्वास रखता था अमित

सूरज प्रसाद मेहरा और आसपास के लोगों ने बताया कि अमित पूजा पाठ में बहुत विश्वास रखता था। वह काशी विश्वनाथ मंदिर में लोगों को दर्शन-पूजन कराने के साथ ही खुद भी नियमित पूजा-पाठ करता था। वह घर के आंगन में पूजा करते समय अचानक ऐसा कदम उठा लिय

थाने से दो किमी की दूरी पर घटना, साढ़े पांच घंटे बाद पहुंचे इंस्पेक्टर

अमित की मौत के बाद शाम 6 बजे इंस्पेक्टर कोतवाली मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन की। शाम 7 बजे तक पुलिस को पता ही नहीं चल सका कि अमित का शव और उसके परिजन कहां हैं। कोतवाली थाने से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर घटना हुई। इसके बावजूद साढ़े पांच घंटे बाद इंस्पेक्टर घटनास्थल पर पहुंचे।

यह है पूरा मामला

राजघाट निवासी अमित शर्मा (40) अपनी पत्नी जूली और बेटे समीर (10) के साथ पिछले सात साल से गायघाट पत्थरगली में अधिवक्ता सूरज प्रसाद मेहरा के मकान में किराये पर रहता था। मंदिरों में पूजा पाठ के साथ ही धार्मिक पर्यटकों को काशी दर्शन भी कराता था। मकान मालिक सूरज प्रसाद ने बताया कि सोमवार की दोपहर के समय अमित घर के आंगन में पूजा कर रहा था। पत्नी जूली खाना बना रही थी।

आवाज शांत होने पर पत्नी दौड़कर पहुंची फिर...

इस दौरान अमित जोर-जोर से चिल्लाने लगा और कहने लगा कि मां काली दर्शन दो...। इस बीच यह कहते हुए अमित ने चाकू से अपना गला काट लिया। आवाज शांत होने के बाद पत्नी किचन से बाहर निकली तो आंगन में अमित लहूलुहान हाल में पड़ा था, जिसे तुरंत मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा लेकर गए। यहां से उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। जहां चिकित्सकों ने अमित को मृत घोषित कर दिया। देर शाम पुलिस को जानकारी हुई तो वह शव की खोजबीन में जुटी।


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