मिलावटी शराब रैकेट का भंडाफोड़, ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त 28 लाख की गारंटी राशि जब्त

श्रीगंगानगर में आबकारी विभाग ने मिलावटी शराब के बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए कड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने गोल बाजार के केदार चौक स्थित अंग्रेजी शराब के ठेके पर आज छापा मारकर पूरे स्टॉक को जब्त किया, साथ ही ठेकेदार की गारंटी के रूप में जमा 28 लाख रुपये से अधिक की राशि भी ज़ब्त कर ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए ठेके का लाइसेंस तुरंत प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है। यह पूरी कार्रवाई आबकारी इंस्पेक्टर सरिता भार्गव के नेतृत्व में की गई।
मुख्य आरोपी मुकेश भांभू, जो हिंदूमलकोट थाना क्षेत्र के पाकिस्तान सीमा से लगे गांव फतूही का निवासी है, पर आरोप है कि वह अपने घर में मिलावटी शराब की फैक्ट्री चला रहा था। विभाग के अनुसार मुकेश खाली पड़ी महंगे अंग्रेजी ब्रांडों की बोतलों में देसी शराब भरकर नकली अंग्रेजी शराब तैयार करता था और इसी नकली माल को अपने गोल बाजार स्थित ठेके पर बेचा जा रहा था।
गत 13 नवंबर को श्रीगंगानगर और बीकानेर जिलों की संयुक्त आबकारी टीम ने फतूही गांव में मुकेश के घर पर छापा मारा, जहां से नकली शराब उत्पादन का पूरा जाल सामने आया। जब्त सामान में 19 हजार ढक्कन, 144 खाली हाफ व क्वार्टर बोतलें, बिना लेबल वाली शराब की बोतलें, रिफिलिंग और पैकिंग मशीनें, 22 कार्टन देसी शराब तथा बड़ी मात्रा में बारदाना शामिल था। विशेष रूप से ऑफिसर्स चॉइस, ब्लेंडर्स प्राइड और इम्पीरियल ब्लू जैसे ब्रांडों की नकली बोतलें तैयार की जा रही थीं।
जांच में यह भी सामने आया कि गोल बाजार का ठेका इसी अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ था। ठेके में रखी गई शराब की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई, जिसके चलते पूरे स्टॉक को जब्त कर लिया गया। ठेके की गारंटी राशि की ज़ब्ती ने ठेकेदार को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। विभाग अब इस ठेके की पुन: ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर रहा है।
