डूंगरपुर के हिंडोलिया गांव में चार दिन की नवजात रहस्यमय हालात में लापता, वन्यजीव की आशंका से दहशत



डूंगरपुर जिले के हिंडोलिया गांव में चार दिन की नवजात बच्ची के रहस्यमय ढंग से गायब होने से पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है। घटना के बाद परिजनों द्वारा की गई तलाश में घर से कुछ दूरी पर बच्ची का मुंह नोंचा हुआ सिर और कपड़े मिलने से मामला और भी सनसनीखेज हो गया है। परिजनों ने आशंका जताई है कि रात के समय किसी वन्यजीव ने नवजात को उठा लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गणेश पुत्र शंकर ताबियाड का परिवार रात को घर में सो रहा था। उनका मकान अधूरा है और उसमें दरवाजा भी नहीं लगा हुआ है। रात के दौरान जब परिजनों की नींद खुली तो नवजात बच्ची घर में नजर नहीं आई। इसके बाद आसपास खोजबीन की गई। तलाश के दौरान घर से कुछ दूरी पर वन्यजीव जैसे पगचिह्न दिखाई दिए, वहीं बच्ची का सिर और कपड़े भी मिले। इन हालातों को देखते हुए परिजनों ने किसी जंगली जानवर द्वारा बच्ची को ले जाने की आशंका जताई है।

परिजनों ने बच्ची के सिर को वहीं दफना दिया। हैरानी की बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम की सूचना न तो पुलिस को दी गई और न ही वन विभाग को अवगत कराया गया।

गांव के वार्ड पंच भंवरलाल ने बताया कि पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। घर में मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है और दरवाजा तक नहीं लगा हुआ है। गणेश के दो बेटे और एक बेटी हैं। वह मजदूरी के लिए अहमदाबाद में काम करता है और घटना की सूचना मिलने के बाद गांव पहुंचा।

मृत नवजात की मां राजू बेन ने बताया कि 8 दिसंबर को बांसवाड़ा जिले के बरवानिया में उसका प्रसव हुआ था। घटना के बाद पूरे गांव में डर और चिंता का माहौल बना हुआ है और लोग अपने छोटे बच्चों की सुरक्षा को लेकर सहमे हुए हैं।

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