रंग बिरंगी लाइटों के बीच हसीनाओं की कैटवॉक...: स्पा सेंटरों की आड़ में हो रहा खुलेआम देह व्यापार!

स्पा सेंटरों की आड़ में हो रहा खुलेआम देह व्यापार!
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आगरा। शहर के तमाम क्षेत्रों में स्पा सेंटरों में धड़ल्ले से देह व्यापार हो रहा है। पुलिस दुकानों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन होने की बोलकर उन्हें वैध बता रही है। ताजगंज के एक स्पा सेंटर का वीडियो प्रसारित हुआ है। वीडियो में रिसेप्शन पर ग्राहक से बातचीत के बाद रुपये तय करने से अनैतिक कार्य करते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहा है। पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है।

देह व्यापार के अड्डों को वैध बनाने के लिए दलालों ने इसे हाईटेक कर स्पा सेंटर या आयुर्वेदिक पंचकर्मा सेंटर नाम दे दिया है। यहां काम करने वाली महिलाओं के पास मसाज करने का कोई डिप्लोमा या डिग्री नहीं है और न ही यहां कोई चिकित्सक या फिजियोथैरेपिस्ट मौजूद होता है। मानकों के अनुसार पर्याप्त रोशनी होना जरूरी है पर यहां अंधेरे में रंग बिरंगी लाइटों के बीच हसीनाओं की कैटवॉक कराकर ग्राहकों को लुभाया जाता है।




कैटवॉक का वीडियो हुआ वायरल

फतेहाबाद रोड पर आईटीसी मुगल होटल के सामने स्थित स्पा सेंटर का वीडियो प्रसारित हुआ है। वीडियो में रिसेप्शन पर बैठा युवक ग्राहक से बात करता है। दाम तय होने के बाद पीछे का एक गेट खोलकर आवाज लगाता है। इसके बाद एक-एक कर चार युवतियां मां की तरह कैटवाक करती आती हैं।

पेमेंट के बाद युवक ग्राहक को एक अंधेरे केबिन में भेजता है। यहां युवती आगे की बात करती है। दाम तय न होने पर ग्राहक फिर युवक को बुलाता है और युवक आकर दाम तय करता है। इसके बाद ग्राहक की इच्छा पूरी कर दी जाती है।

किसी पंचकर्मा का रजिस्ट्रेशन नहीं है

यूनानी एवं आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी सरफराज आलम ने बताया कि वर्तमान में किसी भी ऐसे किसी पंचकर्मा का रजिस्ट्रेशन नहीं है। कोई अगर आवेदन करता है तो भौतिक सत्यापन किया जाता है। आवेदक कम से कम बीयूण्मएस होना चाहिए। चिकित्सक और कर्मचारियों के बारे में जानकारी की जाती है। आवेदक से एफिडेविड लिया जाता है कि अगर वह क्लिनिक में कोई गैरकानूनी कार्य करता है तो वह इसके लिए स्वयं उत्तरदाई होगा।

चौकी के बगल में खुला सेंटर

हरीपर्वत क्षेत्र की एक पुलिस चौकी के दस कदम की दूरी पर स्पा सेंटर खुल गया है। चौकी से लेकर थाने के पुलिसकर्मियों की आवाजाही सेंटर पर है। दिन भर चौकी पर स्पा सेंटर के बारे में ही चर्चा होती है। रात के समय भी लोग स्पा सेंटर का दरवाजा खटखटाते नजर आते हैं।

एक क्लिक और मिलती है जानकारी

शहर में रोजाना हजारों पर्यटक पहुंचते हैं। इंटरनेट पर सर्च करते ही ऐसे दसियों अड्डों के नाम,पते और मोबाइल नंबर आसानी से उपलब्ध हैं। इसके अलावा संचालक एजेंटों के भी संपर्क में रहते हैं।

पुलिस की मर्जी के बिना नहीं चलते स्पा सेंटर

अगर पुलिस चाहे तो मानकों के आधार पर कोई स्पा सेंटर नहीं चल सकता। विपरीत लिंग में मसाज की अनुमति भी नहीं है।कोई मामला चर्चा में आता है तो सख्ती होती है और पुलिस छापा मारकर स्पा सेंटर बंद करा देती है। बाद में जब अधिकारी इस ओर ध्यान देना बंद कर देते हैं तो दोबारा शुरू करा दिए जाते हैं। बंद कराते समय जब बंद कराए जाते हैं तो स्पा सेंटर की आड़ में गलत काम होने की बात कही जाती है। जब शुरू कराए जाते हैं तो तर्क दिया जाता है कि लाइसेंस धारक ही स्पा सेंटर चला रहे हैं। पुलिस कुछ नहीं कर सकती।

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