लो हो गया, आठ करोड़ की लुटेरी दुल्हन का खुलासा: कानपुर में दुल्हन दिव्यांशी ने 12 लोगों को फंसाया, 4 शादी कीं…खातों में मिले ......

कानपुर। महंगाई और तनाव भरे दौर में जब लोग घर-परिवार बनाने का सपना देखते हैं, वहीं कानपुर की एक दुल्हन ने शादी को ही करोड़ों कमाने का धंधा बना दिया। प्यार, भरोसे और शादी का खेल खेलते हुए वह लोगों को जाल में फंसाती, फिर रेप और शोषण के फर्जी केस दर्ज कर रकम ऐंठती थी। सोमवार को कानपुर पुलिस ने इस लुटेरी दुल्हन दिव्यांशी चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है।
दिव्यांशी पर आरोप है कि उसने दो बैंक अधिकारी, दो दरोगा समेत 12 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपए ऐंठे। पुलिस जांच में उसके 10 खातों में लगभग 8 करोड़ रुपए के ट्रांजैक्शन सामने आए हैं। हैरानी की बात यह है कि उसके गिरोह में कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे, जो दबाव बनाकर समझौता करवाते थे।
पहले प्यार में फंसाती, फिर केस कर रकम वसूलती
दिव्यांशी की रणनीति बेहद सटीक थी। पहले वह लोगों से सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप पर संपर्क करती। प्यार का झांसा देकर संबंध बनाती। फिर अचानक रेप का केस दर्ज कर देती और समझौते में मोटी रकम मांगती। कई लोग थाने-कोर्ट की झंझट से बचने के लिए लाखों रुपए दे देते थे।
चार शादियां, हर बार नया दूल्हा निशाना
उसकी पहली दो शादियां दो बैंक मैनेजरों से हुईं। दोनों से विवाद कर उसने उन पर रेप का केस दर्ज कराया। बाद में कोर्ट में बयान बदलकर मामला रफा-दफा कर दिया। इसके बाद उसने मेरठ में तैनात एक दरोगा से शादी की। कुछ दिन बाद उस दरोगा पर भी केस कर दिया।
चौथी शादी आदित्य से: यहीं से खुला राज
दरोगा आदित्य कुमार लोचव ने बताया कि 17 फरवरी 2024 को परिवार की रजामंदी से उसकी शादी दिव्यांशी से हुई। शादी के बाद वह ज्यादातर मायके रहती और UPI ऐप फोन से डिलीट कर देती। ट्रांजैक्शन पूछने पर ताला तोड़कर घर तक से सामान ले गई।
जब आदित्य ने उसका मोबाइल चेक किया तो कई खातों में करोड़ों के ट्रांसफर दिखे। इसी के बाद दिव्यांशी मायके चली गई और आरोप लगाकर उसे परेशान करने लगी।
दिव्यांशी ने समझौते के लिए एक करोड़ मांगा
25 नवंबर को दिव्यांशी ने पुलिस कमिश्नर ऑफिस में हाई वोल्टेज ड्रामा कर आदित्य पर महिलाओं का शोषण करने का आरोप लगाया। लेकिन जब जांच हुई तो शाहजहांपुर, मेरठ और कानपुर में कई अधिकारियों के उसके खातों से जुड़े ट्रांजैक्शन सामने आए।
दरोगा आदित्य ने दर्जनों सबूत दिए जिससे साबित हुआ कि दिव्यांशी एक पेशेवर ब्लैकमेलर है। उसने आदित्य से समझौते के लिए एक करोड़ की मांग भी की थी।
गिरफ्तारी के बाद बिछा पूरा जाल
जांच में खुलासा हुआ कि उसके गिरोह में कुछ पुलिसकर्मी भी काम करते हैं। वे दरोगा आदित्य पर दबाव भी बना रहे थे कि केस वापस ले ले। पुलिस अब इस गिरोह के सभी सदस्यों की जांच में जुटी है।
कानपुर पुलिस का बयान
पुलिस ने बताया कि दिव्यांशी चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके सभी खातों की जांच चल रही है और जिन अधिकारियों के खाते उसमें मिले हैं, उनसे पूछताछ होगी।
प्यार, भरोसा और शादी को हथियार बनाकर करोड़ों की ठगी का यह मामला लोगों को हैरान कर रहा है। पुलिस इसे प्रदेश का सबसे बड़ा शादी-जालसाजी रैकेट मानकर जांच कर रही है।
