विदेश मंत्री ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को दिलाया भरोसा, कहा-मछुआरों की सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन को लिखे पत्र में बताया कि भारत सरकार श्रीलंका में फंसे सभी मछुआरों की सुरक्षित वापस के लिए कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी भारतीय मछुआरों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कुछ दिन पहले श्रीलंकाई नौसेना ने भारत के दस मछुआरों को द्वीप राष्ट्र के समुद्री क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अब इन सभी भारतीय मछुआरों पर श्रीलंकाई नौसेना के एक नाविक की मौत के सिलसिले में मामला दर्ज किया जाएगा। श्रीलंकाई नौसेना द्वारा अब तक की गई अलग अलग कार्रवाईयों में तमिलनाडु के कई मछुआरों को हिरासत में लिया गया है। इसे लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा था। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी स्टालिन को जवाबी पत्र भेजकर जानकारी दी है
‘भारतीय मछुआरों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पत्र में लिखा है कि भारत सरकार श्रीलंका में फंसे सभी मछुआरों की सुरक्षित वापस के लिए कोशिश कर रही है। विदेश मंत्री के अनुसार ‘श्रीलंकाई नौसेना द्वारा अलग अलग कार्रवाईयों में 40 भारतीय मछुआरों को पकड़ा गया है। इनमें से 34 मछुआरे न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि छह अन्य मछुआरे श्रीलंका की जेलों में सजा काट रहे हैं। कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास और जाफना स्थित वाणिज्य दूतावास सभी मछुआरों की जल्द रिहाई पर काम कर रहे हैं। हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि सभी भारतीय मछुआरों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।’
श्रीलंका की नौसेना ने क्या कहा था?
श्रीलंका की नौसेना ने कहा है कि भारतीय जहाजों पर कार्रवाई के दौरान श्रीलंकाई नाविक पर हमला किया गया था। इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आगे बताया गया है कि जाफना के एक अस्पताल में इलाज के दौरान श्रीलंकाई नौसेना के नाविक की मौत हो गई। इस मामले में भारत के दस मछुआरों को गिरफ्तार किया गया है। श्रीलंकाई नौसेना के अनुसार सभी मछुआरे तमिलनाडु से द्वीप राष्ट्र समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने आए थे।