बाबा केदार की यात्रा में उमड़ रहा श्रद्धालुओं का हुजूम, मौसम में बदलाव के बाद यात्रा ने पकड़ी रफ्तार
केदारघाटी में मौसम साफ होने के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है. जहां पहले बाबा केदार के दरबार में करीब चार से पांच हजार के तीर्थयात्री पहुंच रहे थे, वहीं अब आंकड़ा सीधे 11 हजार पार कर गया है. सोमवार को केदारनाथ धाम में 11 हजार 242 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. वहीं अभी तक रिकार्ड 11 लाख 71 हजार से अधिक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. वहीं दूसरी ओर केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर होटल, डंडी-कंडी, घोड़े-खच्चर सहित अन्य रूप में सेवाएं देने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ गई है.
केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ी तादाद: पहाड़ों में मानसून सीजन समाप्ति की ओर है. पिछले एक सप्ताह से मौसम साफ है. जिसके बाद केदारनाथ धाम की यात्रा ने भी तेज गति पकड़ ली है. उत्तराखंड के चारों धामों में से सबसे अधिक तीर्थ यात्री बाबा केदार की यात्रा पर पहुंच रहे हैं. बरसात के समय और पिछले महीने केदारनाथ पैदल मार्ग ध्वस्त होने से यात्रियों की संख्या में कुछ कमी आई थी. लेकिन अब मौसम साफ होते ही और पैदल मार्ग दुरूस्त होते ही यात्रा ने गति पकड़ ली है. प्रशासन की ओर से भी यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं.
मौसम में आया बदलाव: अब धाम की चोटियों पर बर्फबारी हो चुकी है और यात्री कई बार ऑक्सीजन लेवल कम होने और ठंड के कारण बीमार पड़ रहे हैं. ऐसे में मरीजों को प्राथमिक उपचार देने के बाद जरूरतमंद मरीजों को हेली सेवा से रेस्क्यू किया जा रहा है. पैदल मार्ग के पड़ावों और धाम से यात्रियों को रेस्क्यू किया जा रहा है. लाइन में लगे यात्रियों को आस्था पथ पर गर्म पानी की सुविधा दी जा रही है. धाम पहुंच रहे सभी भक्तों को गर्भगृह के दर्शन कराए जा रहे हैं. कुछ ही समय के लिए धाम में लाइन लग रही है और आधा घंटे के भीतर श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन हो रहे हैं.
बीमार श्रद्धालुओं को किया जा रहा एयर लिफ्ट: जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा पर भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं. प्रशासन का मकसद है कि धाम पहुंच रहे किसी भी यात्री को कोई परेशानी न हो और जल्द ही दर्शन प्राप्त हों. उन्होंने कहा कि पैदल यात्रा मार्ग पर जंगलचट्टी के निकट जहां रास्ता ध्वस्त हुआ था, उसे एक दिन में ही यात्रियों और घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए तैयार किया गया. पैदल मार्ग पर लगातार विद्युत, संचार सहित पानी और स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं. जरूरतमंद बीमार श्रद्धालुओं को एयर लिफ्ट किया जा रहा है. धाम सहित पैदल मार्ग पर लगातार सफाई अभियान जारी हैं.