अपनी जान की नहीं... पायलट को ये थी फिक्र, ग्रामीणों से पूछा- आबादी से दूर गिरा है क्या विमान

मिग-29 के पायलट विंग कमांडर मनीष मिश्रा ने पैराशूट से खेत में उतरने पर सबसे पहला सवाल ग्रामीणों से पूछा कि आबादी से दूर गिरा है क्या विमान? विंग कमांडर के पैराशूट से नीचे आने के बाद उन्हें चोट लग गई थी। विमान गिरने और पैराशूट से नीचे उतरता देख ग्रामीणों ने उनके पास दौड़ लगा दी। पायलट को ग्रामीणों ने पेड़ के नीचे चारपाई पर बैठाया। उन्होंने पहले गांव का नाम पूछा। विमान आबादी पर तो नहीं गिरा, इस बारे में जानकारी की।

यह दावा किसान रूप सिंह ने किया। रूप सिंह ने बताया कि वह खेत में थे, तभी पायलट को नीचे आता देखा। दौड़कर पहुंचे और बात करने का प्रयास किया। विंग कमांडर मनीष मिश्रा के जी-सूट पर बंधी बेल्ट और अन्य चीजों को खोला। विंग कमांडर ने उन्हें बताया कि कोई गंभीर चोट नहीं है। उन्होंने गांव का नाम पूछा और जाना कि कोई चपेट में तो नहीं आया। उनसे पांच मिनट तक ग्रामीणों की बात हुई।


गांव के ही विक्रम सिंह अपनी ईको वैन लेकर खेत पर पहुंच गए, पायलट को अकोला तक वह लेकर गए। विक्रम सिंह ने बताया कि अकोला में सेना की एंबुलेंस मिल गई। उनके साथ बैठे पुलिसकर्मियों और एंबुलेंस में आए स्टाफ ने विंग कमांडर को ईको वैन से एंबुलेंस में शिफ्ट किया। विक्रम सिंह ने बताया कि विंग कमांडर ने वैन में अपने परिवार से भी बात की और खुद के सुरक्षित होने की जानकारी दी थी। विक्रम मिलिट्री हॉस्पिटल तक उनके साथ गए थे।

दो घंटे तक जला विमान, रात तक सुलगा

ग्रामीण हरेंद्र सिंह ने बताया कि शाम 4:30 बजे गिरते ही विमान में आग लग गई थी, जो 2 घंटे तक लगी रही। बाद में देर रात तक विमान सुलगता रहा और धुआं उठता रहा। गांव के लोगों ने भी आग पर मिट्टी डालकर बुझाने का प्रयास किया, लेकिन धमाके की आवाज के बाद सब दूर हट गए।

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