राहुल गांधी के आने के बाद से लोकसभा बहस का स्तर गिरा', नेता विपक्ष पर भड़के केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि राहुल गांधी के संसद आने के बाद से लोकसभा में बहस का स्तर गिरा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बहस नहीं कर सकते और कुछ एनजीओ द्वारा दी गई चिट को पढ़ते हैं। केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा कि अगले संसद सत्र में वक्फ संशोधन विधेयक पारित करा लिया जाएगा।
'कांग्रेस नेता राहुल गांधी से डरते हैं'
किरेन रिजिजू शनिवार को महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे। जहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि 'राहुल गांधी जब से संसद आए हैं, तब से लोकसभा में बहस का स्तर गिरा है। हमारे पास ऐसे लोग हैं, जो अपनी बात रख सकते हैं और बहस कर सकते हैं, लेकिन कांग्रेस में ऐसा कोई नहीं है और जो लोग बहस करना भी चाहते हैं, वे राहुल गांधी से डरते हैं।' संसदीय मामलों के मंत्री रिजिजू ने दावा किया कि 'कई वरिष्ठ कांग्रेस सांसदों ने मुझे बताया है कि वे मुद्दों पर बहस और चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन नेता विपक्ष को इसकी चिंता नहीं है क्योंकि वे खुद बहस नहीं कर सकते और सिर्फ कुछ एनजीओ द्वारा दी गईं चिट पढ़ते हैं।'
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात
किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें दलितों, आदिवासियों, संविधान और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर उन्होंने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में इस विधेयक को पारित कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधेयक का विरोध करने वाले लोग राजनीतिक कारणों से ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कई मुस्लिम प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की और विधेयक में संशोधन को लेकर अपना समर्थन दिया। गौरतलब है कि वक्फ बोर्ड को नियंत्रित करने वाले कानून में संशोधन का प्रस्ताव है, संशोधन के तहत वक्फ निकायों में मुस्लिम महिलाओं और गैर मुस्लिमों को भी प्रतिनिधित्व देने की तैयारी है।
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर किरेन रिजिजू ने कहा कि राज्य में भाजपा और महायुति के पक्ष में अंडरकरंट है और सरकार की लाडकी बहिन योजना का सत्तारूढ़ गठबंधन को फायदा मिलेगा। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजों की घोषणा की जाएगी। मतदान में कुछ ही दिनों का समय बचा है, ऐसे में विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन और सत्ताधारी महायुति ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है।