ट्रंप के नए कार्यकाल में भी अमेरिका-भारत संबंधों में बढ़ोतरी की उम्मीद, अमेरिकी महावाणिज्यदूत का दावा

ट्रंप के नए कार्यकाल में भी अमेरिका-भारत संबंधों में बढ़ोतरी की उम्मीद, अमेरिकी महावाणिज्यदूत का दावा
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अमेरिका में हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से जीत हासिल की है, इसके बाद तमाम देशों के साथ अमेरिका के रिश्तों को लेकर सुधार और बदलाव के बाजार गर्म हैं। इस कड़ी में भारत और अमेरिका के रिश्तों को लेकर तमाम अनुमान और आशंकाएं जताई जा रही है। ऐसे ही एक सवाल का जवाब मुंबई में अमेरिका के महावाणिज्यदूत माइक हैंकी ने गोवा में दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि, भारत और अमेरिका के बीच लगातार बढ़ते संबंधों का रुझान डोनाल्ड ट्रंप की नई सरकार के कार्यकाल के दौरान भी जारी रहने की उम्मीद है।

पूर्व की सरकारों में भी संबंधों को बढ़ाने की प्रवृत्ति- हैंकी

अमेरिकी महावाणिज्यदूत माइक हैंकी ने कहा कि पिछले दो दशकों में, सभी प्रशासनों - जॉर्ज बुश, बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप (अपने पहले कार्यकाल में) या जो बाइडन - में संबंधों को बढ़ाने की प्रवृत्ति रही है। उन्होंने आगे कहा, अमेरिका में भारत से आने वाले छात्रों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है, जबकि प्रौद्योगिकी सहयोग की संख्या में वृद्धि हुई है और संस्थानों के साथ शैक्षिक साझेदारी बढ़ी है।

दोनों सरकार से अमेरिकी महावाणिज्यदूत को उम्मीद

उन्होंने आगे कहा, इसलिए मेरी उम्मीद (अगली सरकार से) यह होगी कि हम दोनों पक्षों की लगातार रुचि देखें। आप विशिष्ट नीतियों और प्रशासन के मामले में लगातार बढ़ोतरी देखने जा रहे हैं। राष्ट्रपति-चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "हम 20 जनवरी (2025) को प्रशासन में बदलाव करने जा रहे हैं। नई सरकार आ रही है और मैं उस समय नए प्रशासन को अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में बात करूंगा।

'अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी'

मुंबई में मौजूद शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि अभी के लिए, उनके पास राष्ट्रपति जो बाइडन हैं, जिन्हें उन्होंने 'बहुत सक्रिय' नेता कहा। वहीं भारत के साथ संबंधों के बारे में, माइक हैंकी ने कहा कि 2008 से अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका जाने वाले छात्रों की संख्या के बारे में एक वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया के सभी देशों में पहले स्थान पर है। महावाणिज्यदूत ने कहा, पिछले साल 3.3 लाख भारतीय छात्र अमेरिका गए थे। उन्होंने कहा कि भारत में अमेरिकी वाणिज्य दूतावासों और दूतावास ने भारतीयों के दस लाख से अधिक वीजा आवेदनों पर कार्रवाई की है।

'अमेरिका भारतीय वीजा की प्रक्रिया के लिए नए तरीकों पर कर रहा काम'

माइक हैंकी ने कहा कि अमेरिका भारतीय वीजा की प्रक्रिया के लिए नए तरीकों पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारी रिमोट प्रोसेसिंग के साथ इसे प्रबंधित करने के कुछ नए तरीके अपना रहे हैं। उन्होंने अमेरिकी वीजा का नवीनीकरण कराने वाले कुछ लोगों के लिए साक्षात्कार छूट की भी बात की।

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