हम धरती के मालिक नहीं, संरक्षक हैं', शेखावत की अपील- जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सब आगे आएं

हम धरती के मालिक नहीं, संरक्षक हैं, शेखावत की अपील- जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सब आगे आएं
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केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। धरती का सावधानी और संवेदनशीलता के साथ उपयोग करना होगा। इसे मां के रूप में अनुभव करना होगा। कोलकाता के साइंस सिटी में 'ऑन द एज' नाम की जलवायु परिवर्तन गैलरी का उद्घाटन करने के बाद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पूरे विश्व के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है और केवल वैज्ञानिकों को नहीं बल्कि, प्रत्येक नागरिक को एक हितधारक के रूप में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। हम धरती के मालिक नहीं, बल्कि संरक्षक हैं।

पीएम मोदी के दूरदर्शी नीतियों की प्रशंसा की

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की दूरदर्शी नीतियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय मानकों से परे, भारत अपने लक्ष्यों पर अडिग रहेगा और हर हाल में इसे सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा, बीते एक दशक में भारत में जितने बड़े स्तर पर वृक्षारोपण और हरित कार्य हुए हैं, वह दुनिया के कुछ ही देशों में देखने को मिलता है। इसे बनाए रखने के लिए सभी को संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ने से केवल तापमान में वृद्धि, समुद्र स्तर का बढ़ना और अनियमित वर्षा जैसे खतरे ही नहीं, बल्कि ऋतुओं के चक्र में भी बदलाव होने की संभावना है।

'मानव अस्तित्व पर संकट ला सकता है पर्यावरण असंतुलन'

उन्होंने आगे कहा कि, यह परिवर्तन पूरी मानव जाति को प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने चेताया कि विज्ञान और तकनीक के जरिए प्रकृति पर विजय पाने का प्रयास किया जा सकता है, लेकिन पर्यावरण असंतुलन मानव अस्तित्व पर संकट ला सकता है। इस कार्यक्रम में संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजय कौल, नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम्स के महानिदेशक डॉ. अरिजीत दत्ता चौधरी, बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के निदेशक डॉ. एए माओ और कोलकाता साइंस सिटी के निदेशक अनुराग कुमार मौजूद थे। मंत्री ने देशभर में चल रहे 38 वैज्ञानिक परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए साइंस सिटी में बैठक की।

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