पत्नी ने रिश्तेदार प्रेमी से कराई थी रेलवे कर्मी पति की हत्या

लखनऊ। बंथरा इलाके में दरियापुर निवासी रेलवे कर्मी सिद्धि प्रसाद लोधी (38) की हत्या उनकी पत्नी मंजू ने ही प्रेमी से मिलकर कराई थी। मंजू का रिश्तेदार युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। मंजू ने रिश्तेदार नरपत खेड़ा पारा निवासी आकाश वर्मा उर्फ लकी को पति की हत्या के लिए कहा था। आकाश ने इस काम में अपने साथी की मदद ली। इसके बाद तीनों ने मिलकर सिद्धि प्रसाद की हत्या कर दी थी।
एसीपी कृष्णानगर विकास कुमार पांडेय के मुताबिक सिद्धि प्रसाद की पत्नी मंजू, उसके प्रेमी आकाश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं आकाश के साथी गोंडा निवासी संजय कश्यप की तलाश की जा रही है। पूछताछ में आकाश ने बताया कि रिश्तेदारी होने के कारण वह अक्सर मंजू के घर आता जाता था। इसी दौरान उसका और मंजू में प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इस बात की जानकारी सिद्धि प्रसाद को नहीं थी। हालांकि, सिद्धि प्रसाद शराब पीने के आदी थे। मंजू ने बताया कि उसके पति उसे घर का खर्च नहीं देते थे। वह शराब और अय्याशी में रुपये खर्च कर देते थे। इसकी वजह से उसने सिद्धि प्रसाद की हत्या की योजना बनाई थी। आकाश ने अपने साथी संजय को 40 हजार रुपये में हत्या की सुपारी दी थी। उसने पांच हजार रुपये एडवांस मंजू से लेकर संजय को दिए थे।
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घर के भीतर ही रस्सी से कसा था गला
एसीपी ने बताया कि 24 मई को परिवार के लोग एक शादी समारोह में गए थे। घर पर मंजू और सिद्धि प्रसाद मौजूद थे। देर रात में मंजू ने आकाश को फोन कर कहा था कि हत्या का यही सही मौका है। इसके बाद आकाश और संजय मंजू के घर पहुंचे थे। मंजू ने दरवाजा खोलकर दोनों को घर में बुलाया था। इसके बाद रस्सी से तीनों ने सिद्धि प्रसाद की गला कसकर हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को घर के पीछे स्थित तालाब के सूखे गड्ढे में फेंक दिया था। हालांकि, वहां पर आकाश ने लोहे के पाइप से सिद्धि प्रसाद के सिर पर हमला किया था ताकि वह कहीं जिंदा न बच जाएं। हत्या के बाद आरोपियों ने रस्सी और लोहे के पाइप का दरियापुर नगवा नाला में फेंक दिया था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया।
यह है मामला
बंथरा के दरियापुर निवासी सिद्धि प्रसाद लोधी आलमबाग स्थित रेलवे स्टोर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। सिद्धि प्रसाद का शव 25 मई को उनके घर के पीछे तालाब के पास मिला था। सिद्धि प्रसाद का चप्पल, मोबाइल फोन, शर्ट और पैंट बगल में ही रखा था। इस मामले में मंजू ने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस को कॉल डिटेल रिकॉर्ड से अहम सुराग मिले। मंजू और आकाश से अलग अलग पूछताछ की गई, जिसके बाद दोनों ने वारदात कबूल कर ली।