राजा हत्याकांड में एक नया खुलासा: किसी और लड़़की हत्या कर शव को सोनम का बताने की योजना थी

किसी और लड़़की हत्या कर शव को सोनम का बताने की योजना थी
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शिलांग। चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलांग पुलिस मैं एक बड़ा खुलासा किया है सोनम की की जगह दूसरी किसी युवती की हत्या कर उसे सोनम की लाश बताने का भी षडयंत्र रचा गया । वहीं राजा रघुवंशी हत्याकांड का मास्टरमाइंड राज कुशवाह ही है। उसने सोनम की शादी के 11 दिन पहले ही राजा रघुवंशी को मारने की योजना बना ली थी। सोनम भी इसमें शामिल थी।

शादी से पहले भी राज ने सोनम को इंदौर से गायब करने की योजना बनाई थी, इसके बाद वो किसी लड़की को मारकर उसे सोनम बताने वाले थे, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। परिवार के दबाव के कारण सोनम को शादी करनी पड़ी। इस वजह से सोनम ने भी हत्या में पूरा साथ दिया। राजा की हत्या के प्रयास आरोपितों ने तीन बार किए थे।

किसी और लड़़की हत्या कर शव को सोनम का बताने की योजना थी

शिलांग के खासी हिल जिले के एसपी विवेक स्याम ने गुरुवार देर शाम बताया कि यह हत्याकांड कांट्रेक्ट किलिंग नहीं था। आकाश, आनंद व विशाल ने अपने दोस्त राज कुशवाह के लिए हत्याकांड को अंजाम दिया था।

फरवरी माह में उन्होंने इंदौर में योजना बनाई थी कि सोनम को गायब कर देते हैं। उसके बाद सोनम के नदी में गिर जाने की कहानी गढ़ते। बाद में किसी अन्य युवती की हत्याकर लाश जला देते और उसे सोनम की लाश बता देते। सोनम की स्कूटी वहां पर रख देते ताकि सभी को विश्वास हो जाए कि वह सोनम थी।


खुद को पीड़ित साबित करती

एसपी विवेक स्याम के मुताबिक राज ने अपने दोस्तों को 50 हजार रुपये दिए थे। पुलिस आर्थिक व प्रापर्टी के एंगल से भी जांच कर रही है। मूल रूप से यह लव ट्रायएंगल का मामला है। अभी आरोपितों के आठ दिन की कस्टडी ली है। अभी आरोपितों से पहले दिन की ही पूछताछ हुई है।

साक्ष्य एकत्र होंगे, उसके बाद हम क्राइम सीन का रिक्रिएशन करेंगे। सोनम व साथी मान रहे थे कि राजा का शव सड़ने के बाद पुलिस को मिलेगा तो भी उसकी पहचान नहीं हो पाएगी। न ही शव का डीएनए मिलान होगा व सोनम खुद को विक्टिम साबित करती।


हत्या के बाद सोनम बुर्का पहन टैक्सी से गुवाहाटी पहुंची। गुवाहाटी से वह लोखरा आइएसबीटी पहुंची। वहां से बस से सिलीगुड़ी व उसके बाद बस से ही पटना पहुंची। वहां से दूसरी बस में बैठ आरा पहुंची। आरा से वह लखनऊ ट्रेन से पहुंची। लखनऊ से बस में बैठकर इंदौर आई थी।

गुवाहाटी में ही मारना चाहते थे राजा को

राजा और सोनम के कामख्या दर्शन के लिए पहुंचने के पहले ही तीनों आरोपित 19 मई को गुवाहाटी पहुंच गए थे। उनकी योजना गुवाहाटी में ही राजा की हत्या करने की थी, पर सफल नहीं हो पाए। इस वजह से सोनम ने शिलांग व सोहरा घूमने जाने की योजना बनाई थी।

तीन बार मारने में हुए असफल

पहला : गुवाहाटी में लेकिन मौका नहीं मिला।

दूसरा : नौगरियाल में मौका नहीं मिला।

तीसरा : मौलखिया में भी सफल नहीं हुए।

चौथा : सोहरा में राजा रघुवंशी जब पेशाब करने गया तब पीछे से वार कर मार दिया।

ऐसे पूछी सोनम

शिलांग में राजा की हत्या को अंजाम देने के बाद सोनम 14 दिन तक इंदौर में रही। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सोनम 26 मई से 8 जून तक इंदौर में ही थी। दो जून को जब राजा रघुवंशी का शव मिला और उसके अंतिम संस्कार तक भी सोनम इंदौर में रहकर पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए थी।

राज को अंदेशा हुआ कि पुलिस उसके साथियों तक पहुंच सकती है तो उसके बाद उसने सोनम को सिलीगुड़ी के लिए रवाना किया। सोनम इंदौर से गाजीपुर अलग-अलग हिस्सों में बस में बैठकर ही गई।

पूर्व योजना के तहत सोनम ने परिवार वालों को किया था फोन

शिलांग पुलिस को गाइड ने बताया कि दंपती के साथ तीन लोग थे, उसके बाद तीनों आरोपितों की पहचान हुई। इसकी जानकारी लगने पर राज ने सोनम को इंदौर से चले जाने के लिए कहा। सोनम को सिलीगुड़ी वापस जाना था और खुद को पीड़ित के रूप में पुलिस को अपहरण की कहानी सुनानी थी। सोनम सिलीगुड़ी तक पहुंचती, इसके पहले ही पुलिस की दो टीमें सक्रिय हो गईं।

राज को यूपी में पुलिस के पहुंचने की सूचना भी मिल गई थी, जिससे वह चिंतित हो उठा। तब तक सोनम गाजीपुर पहुंच चुकी थी। राज ने सोनम से कहा कि वह अपने परिवार के सदस्यों को फोन करे और बताए कि उसका अपहरण हो गया था। सोनम ने वही किया।

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