हिमाचल के साथ भाजपा का सौतेला व्यवहार, केंद्र तत्काल मदद जारी करे: खरगे

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश व भूस्खलन से हुए जान-माल के भारी नुकसान को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। बुधवार को खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा कि इस वर्ष की बारिश के पहले ही हिमाचल सरकार ने केंद्र से कुल 9000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की थी। 2023 की त्रासदी में कांग्रेस की राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपये की विशेष सहायता जारी की थी, जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने राज्य को केवल 433 करोड़ रुपये ही दिए थे। अब हाल ही में आनन-फानन में 2023 के लिए मोदी सरकार ने जो 2000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है, उसका श्रेय लेने में भाजपा जुटी है। हालांकि राहत की राशि अभी लंबित है। ये है हिमाचल के प्रति भाजपा का सौतेला व्यवहार।
खरगे ने लिखा, हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से जान-माल के नुकसान की खबर बेहद पीड़ादायक है। सरकार और प्रशासन, युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे ऐसी आपदा के समय जनमानस को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएँ। केंद्र सरकार से हमारी माँग है कि पिछले कुछ वर्षों से जो हिमाचल प्रदेश की आपदा राशि बकाया है, उसे तत्काल प्रभाव से जारी किया जाए। उम्मीद है कि इस बार के नुकसान में भाजपा, श्रेय लेने के बजाय मदद की कार्रवाई करेगी।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बरसात ने तबाही मचा रखी है। पिछले 32 घंटे में हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के चलते कई लोग मारे गए हैं। करीब तीन दर्जन लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने अभी तक करीब 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बरसात और बादल फटने के कारण पुल और राष्ट्रीय राजमार्गों को भारी नुकसान पहुंचा है। हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट को भी क्षति हुई है। प्रदेश में 32 घंटे के दौरान 16 जगहों पर बादल फटने की घटना हुई है।
अकेले मंडी जिले में ही 15 जगहों पर बादल फटा है। यहां पर 10 लोगों की मौत होने की खबर आई है। कुठाह में भी बादल फटने के कारण कई घरों को नुकसान पहुंचा है। किन्नौर जिले में भी बादल फटने की घटना हुई है। हमीरपुर के कई गांवों में बाढ़ के पानी ने नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा चंबा में भी बारिश की वजह से काफी नुकसान पहुंचा है।