धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर मचा बवाल: "दुर्गा बनो, काली बनो, लेकिन बुर्के वाली मत बनो

नई दिल्ली।
बागेश्वर धाम के प्रमुख **पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री** एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने **महिलाओं और ‘लव जिहाद’** को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिससे **नया विवाद** खड़ा हो गया है।
अपने हालिया प्रवचन में उन्होंने हिंदू समाज की बहन-बेटियों से अपील करते हुए कहा—
> **"दुर्गा बनो, काली बनो, लेकिन कभी बुर्के वाली मत बनो।"**
उन्होंने दावा किया कि देश में **थूक जिहाद, लैंड जिहाद और लव जिहाद** जैसे षड्यंत्र चल रहे हैं, जिनके जरिए हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है।
### बयान की प्रमुख बातें:
* शास्त्री ने कहा कि कुछ "कुंठित मानसिकता के लोग" हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाते हैं।
* जब उनके “मंसूबे” पूरे नहीं होते, तो वो हत्या तक कर देते हैं।
* उन्होंने हजारों बेटियों के "सरतम" (शायद ‘सर तन से जुदा’ का संकेत) होने की बात कही।
* इस बयान में उन्होंने अपील की कि हिंदू बेटियां दुर्गा और काली जैसे स्वरूप अपनाएं, लेकिन बुर्के वाली न बनें।
### सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान **तेज़ी से वायरल** हो रहा है और लोगों की **मिश्रित प्रतिक्रियाएं** सामने आ रही हैं।
* कुछ लोग इसे **हिंदू संस्कृति के प्रति चेतावनी** और जागरूकता की पहल बता रहे हैं।
* वहीं, कई वर्गों ने इसे **इस्लामोफोबिया फैलाने वाला, भड़काऊ और महिलाओं के पहनावे को निशाना बनाने वाला** बताया है।
### विपक्ष और समाजसेवियों की प्रतिक्रिया
विरोधी नेताओं और महिला संगठनों ने इस बयान को **धार्मिक ध्रुवीकरण और महिलाओं की आज़ादी पर हमला** करार दिया है।
* एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, *"महिलाओं की पहचान उनके वस्त्रों से नहीं, उनके विचारों और कर्मों से होती है। किसी विशेष पहनावे को गलत ठहराना अनुचित है।"*