पुतिन एक दशक बाद 15 अगस्त को अमेरिका जायेगे,अलास्का में मिलेंगे ट्रंप से ,मुलाक़ात पर नजर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से 15 अगस्त को अलास्का में मुलाकात करेंगे। जानकारी के मुताबिक दोनों नेता यूक्रेन युद्ध पर चर्चा करेंगे। ट्रंप ने मेरे और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बहुप्रतीक्षित बैठक अगले शुक्रवार, 15 अगस्त, 2025 को ग्रेट स्टेट ऑफ अलास्का में होगी। आगे की जानकारी बाद में दी जाएगी।
अगर यह बैठक होती है तो 2021 के बाद अमेरिका और रूस के बीच यह पहला शिखर सम्मेलन होगा। तब पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने जिनेवा में पुतिन से मुलाकात की थी। यह ट्रंप की युद्ध खत्म करने की कोशिश में एक अहम कदम होगा, हालांकि रूस और यूक्रेन की शांति शर्तें अभी भी एक-दूसरे से बहुत अलग हैं, इसलिए लड़ाई रुकने की गारंटी नहीं है।रूसी समाचार एजेंसी TASS ने बताया कि क्रेमलिन ने सहयोगी यूरी उशाकोव ने इस बैठक की पुष्टि की है। सोशल मीडिया पर घोषणा के पहले ट्रंप ने कहा था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की समेत दोनों पक्ष एक युद्धविराम समझौते के करीब हैं, जो साढ़े तीन साल से चल रहे संघर्ष को समाप्त कर सकता है। उन्होंने संकेत दिया कि इसके लिए यूक्रेन को अपना एक बड़ा भूभाग छोड़ना पड़ सकता है।रूस और यूक्रेन के बीच होगा युद्धविराम?
यूक्रेन में मोर्चे पर सैनिकों का संकल्प
ट्रंप की इस घोषणा के बीच, मोर्चे पर लड़ रहे यूक्रेनी सैनिकों को कूटनीतिक हल की ज्यादा उम्मीद नहीं है। ट्रंप ने लगभग दो हफ्ते पहले पुतिन को बमबारी रोकने का अल्टीमेटम दिया था और धमकी दी थी कि अगर रूस पीछे नहीं हटता तो अतिरिक्त प्रतिबंध और रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाए जाएंगे। रूस की सेना धीरे-धीरे यूक्रेन में आगे बढ़ रही है और शहरों पर लगातार हमले कर रही है। डोनेटस्क के पोक्रोव्स्क इलाके में लड़ाई सबसे ज्यादा तेज है, जहां रूस ड्निप्रोपेट्रोव्स्क की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहा है। यूक्रेन के पास जनशक्ति की कमी है, फिर भी सैनिक डटे हुए हैं।
'रूस से बातचीत असंभव, हराना एकमात्र रास्ता'
डोनेटस्क में ड्रोन यूनिट के एक कमांडर बूदा ने कहा, रूस से बातचीत असंभव है, उन्हें हराना ही एकमात्र रास्ता है। दक्षिणी जापोरिज्जिया में हॉवित्जर यूनिट के कमांडर वारसा ने कहा, हम अपनी जमीन पर खड़े हैं, हमारे पास पीछे हटने का विकल्प नहीं है।
क्रेमलिन के मुताबिक, पुतिन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात की और ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ से हुई मुलाकात की जानकारी दी। शी ने यूक्रेन संकट के 'दीर्घकालिक समाधान' के लिए समर्थन जताया। वहीं भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुतिन से फोन पर बात की। इसी हफ्ते ट्रंप ने भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया है क्योंकि भारत रूस से तेल खरीद रहा है, जिसे ट्रंप युद्ध को वित्तीय मदद मानते हैं। पुतिन ने दक्षिण अफ्रीका, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान और बेलारूस के नेताओं से भी फोन पर बात की। विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन अपने करीबी सहयोगियों को ट्रंप के साथ संभावित समझौते की जानकारी दे रहे हैं।