सीट पाने के लिए उड़ाई ट्रेन में बम की अफवाह, एटीएस की पूछताछ के बाद आरोपी युवक जेल भेजा गया

अलीगढ़। ट्रेन में सीट पाने के लिए एक युवक ने ऐसा कदम उठाया, जिससे पूरे रेलवे सिस्टम में हड़कंप मच गया। बिहार के भागलपुर निवासी मोनू ने विक्रमशिला एक्सप्रेस में यात्रा के दौरान पुलिस को ट्रेन में आतंकवादी और बम होने की झूठी सूचना दे दी। उसका मकसद सिर्फ इतना था कि घबराहट में लोग ट्रेन से उतर जाएं और उसे बैठने के लिए सीट मिल जाए।
मिली जानकारी के अनुसार, मोनू कई वर्षों से दिल्ली में रह रहा है और छठ पूजा समाप्त होने के बाद शनिवार को भागलपुर-आनंद विहार सुपरफास्ट विक्रमशिला एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार हुआ था। कोच में भारी भीड़ थी। इसी दौरान उसने इटावा के पास मोबाइल से 112 और रेलवे के 139 नंबर पर कॉल कर बताया कि ट्रेन में बम है और आतंकी मौजूद हैं।
इस सूचना से रेल प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। एटीएस, जीआरपी और आरपीएफ की टीमें सतर्क हो गईं और ट्रेन की जांच शुरू की गई। हालांकि, जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। बाद में कॉल डिटेल खंगालने पर मोनू की पहचान हो गई।
सूत्रों के अनुसार, घटना के बाद वह डर गया और रास्ते में ट्रेन से उतरकर भाग निकला। उसने मोबाइल बंद कर लिया ताकि उसका पता न चल सके, लेकिन पुलिस ने तकनीकी निगरानी के जरिये उसे इटावा से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने सोमवार को मोनू को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। जीआरपी उसके दो मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाल रही है और एटीएस ने भी उससे पूछताछ की है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि झूठी सूचना देना गंभीर अपराध है और इस तरह की हरकत से सैकड़ों यात्रियों की सुरक्षा जोखिम में पड़ सकती थी।
