जादू-टोना की आशंका पर अपनी ही मां को मार डाला,वो मांगती रही जान की भीख...

जादू-टोना की आशंका पर अपनी ही मां को मार डाला,वो मांगती रही जान की भीख...
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शहडोल। जिले की छत्तीसगढ़ सीमा से लगे झिकबिजुरी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम कुटेला में अंधविश्वास की भयावह घटना सामने आई है। यहां 25 वर्षीय युवक ने जादू-टोना की आशंका में अपनी ही मां प्रेमबाई (45) की कुल्हाड़ी और डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपित ने अपने चचेरे भाई और अन्य परिजनों की मदद से मां का शव खेत में दफनाकर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की।





पुलिस के मुताबिक, यह घटना 6 नवंबर की रात की है। शुक्रवार को सूचना मिलने के बाद पुलिस ने खेत की खुदाई कर शव बरामद किया और पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में मुख्य आरोपित बेटे सत्येंद्र सिंह, चचेरा भाई ओमप्रकाश, गुलाब सिंह, अमन सिंह और अमोद सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

पुलिस जांच में सामने आया कि सत्येंद्र के चाचा कमलेश की अचानक मौत के बाद वह अपनी मां पर जादू-टोना करने का शक करने लगा था। उसे विश्वास था कि मां की वजह से उसकी पत्नी और बच्चे बीमार रहते हैं। इसी अंधविश्वास के चलते उसने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर मां की निर्मम हत्या कर दी।

घटना की रात प्रेमबाई बेटे से जान की भीख मांगती रही, लेकिन अंधविश्वास में अंधे हुए बेटे ने एक न सुनी और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।

अगले दिन जब गांव के सरपंच को घटना की भनक लगी, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने खेत की खुदाई कर मां का शव निकाला और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही जिले के ब्यौहारी क्षेत्र के ग्राम बरकछ में भी एक बेटे ने अपनी मां की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी थी, क्योंकि मां उसे पढ़ाई के लिए कहती थी।

डीएसपी हेड क्वार्टर राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि, “पुत्र ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर मां की जादू-टोना के संदेह में हत्या कर दी थी। साक्ष्य मिटाने के लिए तीन अन्य लोगों की मदद से शव खेत में दफना दिया गया। सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।”

🩸 अंधविश्वास का यह खौफनाक सच समाज के लिए चेतावनी है — जब विश्वास अंधा हो जाता है, तो इंसान रिश्तों का दुश्मन बन जाता है।

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