ऐतिहासिक भोजशाला में सत्याग्रह जारी, आंदोलनकारियों ने लिया संकल्प

धार
धार की ऐतिहासिक भोजशाला मंगलवार की सुबह फिर से धार्मिक और सामाजिक चर्चा में रही। हिंदू समाज के नियमित सत्याग्रह के दौरान परिसर में भक्तों की भारी भीड़ जुटी। सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा, सरस्वती वंदना और अनुष्ठानिक पूजा विधान संपन्न हुआ। कार्यक्रम के बाद यह स्पष्ट हो गया कि यह विरोध का मंच नहीं, बल्कि 'भोजशाला मुक्ति' अभियान का निरंतर हिस्सा बन गया है।
सत्याग्रह में शामिल संगठनों और संतों ने कहा कि उनकी मांगों पर ठोस निर्णय होने तक आंदोलन जारी रहेगा। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की ओर से भोजशाला को लेकर मध्यप्रदेश हाई कोर्ट में दायर याचिका पर फैसला आना अभी बाकी है। आंदोलनकारियों की नजरें न्यायालय पर भी टिकी हैं।
ASI द्वारा प्रस्तावित वैज्ञानिक और ऐतिहासिक सर्वे का अंतिम निर्णय अभी आना बाकी है। आंदोलनकारी मानते हैं कि यह सर्वे यह स्पष्ट करेगा कि परिसर किस परंपरा का मूल केंद्र है। 2003 के केंद्रीय आदेश के अनुसार वसंत पंचमी पर अखंड पूजा किसी भी परिस्थिति में नहीं रोकी जाएगी। इस वर्ष 23 जनवरी 2026 को वसंत पंचमी शुक्रवार को पड़ रही है, जिससे पूजा और नमाज के समय में टकराव होने की संभावना है। प्रशासन के लिए संतुलन साधना चुनौतीपूर्ण स्थिति होगी।
