नौकरी लगवाने के एवज में मांगी 15 लाख रुपये रिश्वत, रेलवे के तीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा

नौकरी लगवाने के एवज में मांगी 15 लाख रुपये रिश्वत, रेलवे के तीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा
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रेलवे में एक व्यक्ति को 15 लाख रुपये के बदले में नौकरी दिलाने के लिए भर्ती परीक्षा में हेराफेरी करने के आरोप में सीबीआई ने तीन रेलवे अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि केंद्रीय रेलवे के सतर्कता विभाग से मिली जानकारी के आधार पर एजेंसी ने यह कार्रवाई की।

मुकदमे में पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा डिवीजन में तैनात मालगाड़ी प्रबंधक राजेंद्र कुमार मीणा, सहायक टीआरडी हेल्पर सपना मीणा, तकनीकी-2 चेतराम मीणा और एक निजी व्यक्ति लक्ष्मी मीणा का नाम शामिल है। मीणा ने जालसाज के रूप में काम किया और उम्मीदवार की जगह परीक्षा दी। आरोप है कि सपना मीना ने अन्य आरोपियों के साथ मिलीभगत करके एक व्यक्ति को भारतीय रेलवे में धोखाधड़ी से नौकरी दिलाई तथा इसके बदले में 15 लाख रुपये लिए।

आरोपी डमी उम्मीदवार लक्ष्मी मीणा रेलवे परीक्षा में शामिल हुई थी और रेलवे भर्ती परीक्षा की पूरी चयन प्रक्रिया में डमी उम्मीदवार की तस्वीरों, फर्जी पहचान पत्रों, अंगुलियों के निशानों का इस्तेमाल किया गया था। बयान में कहा गया कि एजेंसी ने राजस्थान के कोटा और सवाई माधोपुर जिलों में आरोपियों के परिसरों में छापे भी मारे।

दो दिन पहले भी की गई थी कार्रवाई

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दो दिन पहले अंकुश वासन, मंडल कार्मिक अधिकारी (आईआरपीएस: 2018) पश्चिमी रेलवे, वडोदरा; संजय कुमार तिवारी, उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक, चर्च गेट, पश्चिमी रेलवे, मुंबई; नीरज सिन्हा, उप स्टेशन अधीक्षक और मुकेश मीना, निजी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपी व्यक्ति कथित तौर पर भ्रष्टाचार में शामिल थे और रेलवे विभागीय परीक्षाओं में बैठने वाले उम्मीदवारों से सकारात्मक चयन परिणाम का वादा करके पैसे वसूल रहे थे। सीबीआई ने उनके संबंधित कार्यालयों और आवासीय परिसरों की तलाशी ली थी। रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर सीबीआई लगातार कार्रवाई कर रही है।

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