बिहार चुनाव: पहले चरण के मतदान के बाद गरमाया सियासी माहौल: गिरिराज बोले – “इस बार एनडीए 2010 का रिकॉर्ड भी तोड़ देगा”, सम्राट चौधरी ने कहा – “लालू परिवार विधानसभा तक नहीं पहुंचेगा

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान समाप्त होते ही राज्य की सियासत का पारा तेजी से चढ़ गया है। नेताओं के बयान, दावे और पलटवारों से माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंग गया है।
भागलपुर में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस बार एनडीए (NDA) इतना शानदार प्रदर्शन करेगा कि 2010 का रिकॉर्ड भी फीका पड़ जाएगा। उन्होंने कहा, “उस समय एनडीए को 206 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार 2025 के नतीजे उससे भी आगे होंगे।”
गिरिराज सिंह ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के दावे का भी समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पहले चरण की 121 सीटों में से एनडीए 110 सीटें जीतने जा रही है।
“लालू परिवार विधानसभा नहीं पहुंच पाएगा”
पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को हुई, जिसमें 121 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ। सम्राट चौधरी ने कहा कि इस बार 25 साल बाद मतदान 60% से अधिक हुआ है, जो जनता के उत्साह और सरकार पर भरोसे का संकेत है।
उन्होंने कहा, “लोग अब परिवारवादी राजनीति नहीं, काम करने वाली राजनीति को पसंद कर रहे हैं। इस बार लालू परिवार का कोई भी सदस्य विधानसभा तक नहीं पहुंचेगा।”
सम्राट चौधरी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि जनता अब “विकास की राजनीति” के साथ है, “विरोध और भ्रम की राजनीति” के साथ नहीं।
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पहले चरण में 65% के करीब मतदान
चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में कुल 64.66% वोटिंग दर्ज की गई।
सबसे अधिक मतदान मुजफ्फरपुर (70.96%) में हुआ, जबकि पटना में 57.93% वोट पड़े।
समस्तीपुर, वैशाली और मधेपुरा में भी जबरदस्त मतदान देखने को मिला।
इतिहास पर नजर डालें तो 1951-52 में बिहार में सबसे कम 42.6% वोटिंग हुई थी।
जबकि इस बार का मतदान साल 2000 के 62.67% के पुराने रिकॉर्ड को भी पार कर गया है।
माहौल गरम, बयानबाजी तेज
पहले चरण के मतदान के बाद अब सभी दल अपने-अपने “पोस्ट-वोटिंग” समीकरण साधने में जुट गए हैं।
जहां एनडीए नेताओं को भरोसा है कि जनता ने विकास पर वोट किया है, वहीं विपक्ष का कहना है कि जनता बदलाव के मूड में है।
दूसरे चरण की वोटिंग से पहले अब सियासी बयानबाजी और भी तेज़ होने के आसार हैं।
