सचिवालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4 लोगों से ठगे 39 लाख रुपए ,मामला दर्ज
सचिवालय में नौकरी दिलाने का वादा करके 4 लोगों से 39 लोगों से ठगी की गई। महाराष्ट्र पुलिस ने ठाणे जिले में दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।सचिवालय में नौकरी दिलाने का वादा करके 4 लोगों से 39 लोगों से ठगी की गई। महाराष्ट्र पुलिस ने ठाणे जिले में दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पीड़ितों में एक दिव्यांग महिला है जो कि कल्याण शहर में फोटोकॉपी और टाइपिंग की दुकान चलाती है। उसने दावा किया कि आरोपियों में से एक व्यक्ति उसकी दुकान पर आता था। उस व्यक्ति ने महिला से मंत्रालय (सचिवालय) में नौकरी दिलाने में मदद की पेशकश की थी। यही नहीं उस व्यक्ति और उसके एक अन्य साथी ने तीन अन्य लोगों के साथ भी सचिवालय में नौकरी दिलाने का झूठा वादा किया। जब पीड़ित नौकरी का पूछते तो दोनों आरोपी टालमटोली कर देते।
बाद में जब पीड़ितों को शक हुआ तो उन्होंने अपना चैक वापस मांगा। तो आरोपियों ने कहा कि उनका चैक बाउंस हो गया है। दोनों आरोपियों ने चारों पीड़ितों से कथित तौर पर 39,71,800 रुपये लिए थे। महिला की शिकायत पर कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर कोलसेवाड़ी पुलिस ने शुक्रवार को दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 506 (आपराधिक धमकी) और धारा 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया है।
ठाणे के कारोबारी से जबरन वसूली की कोशिश, चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कारोबारी को कथित तौर पर धमकाने और उससे जबरन वसूली का प्रयास किया गया। इस आरोप में पुलिस ने एक स्थानीय गुंडे और उसके तीन साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
एक 25 वर्षीय कारोबारी फैब्रिकेशन का काम करता है। कलवा इलाके में उसके कार्यस्थल पर उससे कुछ गुंडों ने उससे बातचीत की। और उससे प्रति माह 50,000 रुपये "सुरक्षा राशि" के रूप में मांगे। उसकी शिकायत के बाद चारों पर शुक्रवार को चार लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 385 (जबरन वसूली के लिए किसी को चोट पहुंचाने का डर दिखाना), 387 (जबरन वसूली के लिए किसी को मौत या गंभीर चोट पहुंचाने का डर दिखाना) और 34 (साझा इरादे से कई लोगों द्वारा किया गया कृत्य) के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
बता दें कि मुख्य आरोपी हाल ही में एक आपराधिक मामले में जेल से रिहा हुआ है। 27 जून को आरोपी और उसके साथियों ने कलवा में एक राजनीतिक पार्टी के कार्यालय के पास पीड़ित से फिर से भिड़ गए थे। उन्होंने कारोबारी को भी मांग दोहराते हुए उसे धमकी दी कि अगर वह इसे पूरा नहीं करता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस हिरासत में दुष्कर्म और हत्या के आरोपी ने की आत्महत्या
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। उस पर अपनी प्रेमिका के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप लगा था।
पुलिस हिरासत में कथित दुष्कर्म और हत्या के आरोपी 20 वर्षीय समाधान कोली का सुबह लगभग 8:30 बजे वरोरा पुलिस थाने में शव लटका मिला। पुलिस अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति को 26 जून को आनंदवन में अपनी प्रेमिका आरती चंद्रवंशी के कथित दुष्कर्म और फिर हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसे 4 जुलाई तक पुलिस हिरासत में रखा जाना था। पुलिस अधिकारी ने बताया, "कोली शौचालय गया और जूते के फीते से दरवाजे से लटक गया। हमने विभागीय जांच शुरू कर दी है और ड्यूटी पर लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने मामला सीआईडी को सौंप दिया जाएगा।" उन्होंने बताया कि चंद्रवंशी 26 जून को आनंदवन स्थित अपने घर में मृत पाई गई थी। जिस पर चाकू से कई वार किए गए थे। जांच के बाद कोली को अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपी ने कथित तौर पर ऑनलाइन चाकू खरीदे और घर में अकेली महिला के साथ दुष्कर्म कर उस पर हमला किया।