डॉक्टर ने 50 हजार रुपये न मिलने पर अधखुला छोड़ दिया पेट, परिजनों ने लगाया यह आरोप


बदायूं में मरीज को ऑपरेशन थियेटर में ले जाकर चीरा लगाने के बाद मनमाने रुपये न मिलने पर आधे-अधूरे टांके लगाकर महिला का पेट अधखुला छोड़ने का आरोप सहसवान के सेवा नर्सिंग होम के संचालक पर लगा है। परिजनों का कहना है कि तय किए गए बीस हजार जमा करने के बाद डॉक्टर ने मरीज का पेट खोलकर 50 हजार और जमा करने के लिए कहा था। पीड़ित महिला का इलाज अब चंदौसी के निजी अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इस संबंध में महिला के तीमारदार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।उघैती थाना क्षेत्र के गांव सागरपुर निवासी रामसेवक की पत्नी प्रेमवती को पथरी की शिकायत थी। रामसेवक का कहना है कि करीब 14 दिन पहले वह सहसवान गए और डॉ. हर्ष यादव से ऑपरेशन को लेकर बात की थी। डॉक्टर ने ऑपरेशन और दवा के लिए बीस हजार रुपये मांगे। ऑपरेशन के लिए बुलाने पर वह प्रेमवती को लेकर बुधवार को अस्पताल पहुंच गए और बीस हजार रुपये जमा कर दिए। इसके बाद डॉक्टर मरीज को ऑपरेशन थियेटर में ले गया। कुछ देर बाद डाॅक्टर हर्ष बाहर आया।

50 हजार रुपये और जमा करने की मांग करने लगा। परिजनों के मुताबिक, डॉक्टर ने कहा कि मरीज की हालत बहुत खराब है या तो 50 हजार रुपये जमा करो नहीं तो मरीज को यहां से ले जाओ। परिजनों ने रुपये देने को मना कर दिया तो डॉक्टर ने मरीज को आधे-अधूरे टांके लगाकर छोड़ दिया। इस दौरान चीरे का कुछ हिस्सा खुला रह गया। प्रेमवती की हालत जब ज्यादा खराब हुई तो परिजन उसको चंदौसी ले गए और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पता लगा कि डॉक्टर हर्ष ने पेट खोलने के बाद न तो पथरी निकाली थी और न ही ठीक से टांके लगाए थे। इसी के चलते महिला की हालत ज्यादा बिगड़ गई।

हमारे यहां बिसौली क्षेत्र से एक मरीज आया था, हालत खराब देखकर भर्ती करने से मना कर दिया था। परिवार वाले मरीज को लेकर चले गए। ऑपरेशन किया ही नहीं गया है तो पेट खोलने की बात कहां आ सकती है।

- डॉ. हर्ष यादव, संचालक, सेवा नर्सिंग होम, सहसवान

इस तरह की कोई शिकायत मेरे पास नहीं आई है। अगर शिकायत आती है तो मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई से लेकर पुलिस कार्रवाई भी कराई जाएगी। वायरल वीडियो की जानकारी कराई जा रही है।

- डॉ.अब्दुल सलाम, प्रभारी सीएमओ

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