आईसीसी अध्यक्ष के तौर पर आज पहली बैठक करेंगे जय शाह, चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम पर होगी चर्चा? जानें

आईसीसी अध्यक्ष के तौर पर आज पहली बैठक करेंगे जय शाह, चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम पर होगी चर्चा? जानें
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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी के नवनियुक्त अध्यक्ष जय शाह गुरुवार को बोर्ड सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। शाह ने एक दिसंबर को क्रिकेट की वैश्विक संस्था के प्रमुख का कार्यभार संभाला था और वह पहले से तय 16 सदस्यीय बोर्ड सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी प्राथमिकता में नहीं है और बैठक का एजेंडा बस नए अध्यक्ष का परिचय कराया जाना है।

जहां तक चैंपियंस ट्रॉफी की बात है तो पाकिस्तान ने पहले ही इस बारे में राय स्पष्ट कर दी थी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पिछली बैठक में अपने स्टैंड में बदलाव किया था और सशर्त रूप से हाइब्रिड मॉडल के लिए सहमति जताई थी। पीसीबी का कहना था कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार है, लेकिन उसकी शर्त है कि वो भी भविष्य में भारत में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट के अपने मुकाबले नहीं खेलेगा।

पीसीबी की मांग को बोर्ड सदस्यों ने किया खारिज?

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी की इस मांग को सदस्यों ने खारिज कर दिया था जिसमें 12 पूर्णकालिक सदस्य देश, तीन सहयोगी देशों के सदस्य और आईसीसी अध्यक्ष शामिल हैं। आईसीसी बोर्ड में एक महिला प्रतिनिधि भी शामिल है, हालांकि, वह बैठक के दौरान मौजूद थीं। सभी हितधारकों ने पाकिस्तान को उसकी शर्त के लिए कुछ भी लिखित आश्वासन देने से इन्कार कर दिया था और उनका कहना था कि जब वो स्थिति आएगी, जब उस पर फैसला लिया जाएगा।

पाकिस्तान अड़ा रहा तो क्या होगा?

अगर आगामी बैठक में चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर कोई चर्चा उठती है तो पाकिस्तान के पास इस पूरे मामले पर कहने के लिए कुछ नहीं बचा है और उसे बोर्ड सदस्यों की मांग स्वीकार करनी होगी। अगर पाकिस्तान भविष्य के टूर्नामेंट के लिए भारत नहीं जाने की अपनी मांग पर अड़ा रहा तो दो संभावनाएं निकलकर सामने आ रही हैं। पहली संभावना है कि आईसीसी पाकिस्तान के बिना किसी अन्य जगह पर चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन करे और उसकी जगह किसी और टीम को शामिल करे।

दूसरी संभावना है कि चैंपियंस ट्रॉफी रद्द कर दी जाए क्योंकि आईसीसी के लिए पूरे साल इस टूर्नामेंट का आयोजन करने के लिए विंडो खोजना आसान नहीं होगा। टूर्नामेंट के रद्द होने से आईसीसी को नुकसान होगा, लेकिन पाकिस्तान के लिए यह और भी खराब रहेगा क्योंकि उसने पहले ही स्टेडियम के नवीनीकरण का कार्य शुरू कर दिया है।

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