कश्मीर के रियासी में भूस्खलन, पति-पत्नी सहित एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत

कश्मीर के रियासी में भूस्खलन, पति-पत्नी सहित एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत
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जम्मू। जम्मू-कश्मीर के जिला रियासी के अंतर्गत बदड़ माहौर में शनिवार देर रात भूस्खलन की भयंकर घटना हुई, जिसमें एक ही परिवार के सात सदस्य मलबे में दबकर मौत के घाट उतर गए। यह हादसा इलाके में रहने वाले लोगों और प्रशासन के लिए शोक और चिंता का कारण बन गया है।

स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मकान में रहने वाले परिवार के सभी सदस्य मलबे में दब गए। मृतकों की पहचान नजीर अहमद और उनकी पत्नी वजीरा बेगम के साथ उनके पांच बच्चों के रूप में हुई है। मृतक बच्चों के नाम इस प्रकार हैं: बिलाल अहमद (13 वर्ष), मोहम्मद मुस्तफा (11 वर्ष), मोहम्मद आदिल (8 वर्ष), मोहम्मद मुबारक (6 वर्ष) और मोहम्मद वसीम (5 वर्ष)।

प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्र में भेजा। पुलिस और आपदा प्रबंधन टीम ने मलबे से शवों को बाहर निकालने का कार्य किया। अधिकारियों का कहना है कि इलाके में फिलहाल और भी भूस्खलन की आशंका बनी हुई है, इसलिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।

स्थानीय लोग और ग्रामीण भी राहत और बचाव कार्य में सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं। उन्होंने प्रशासन के साथ मिलकर मलबे में फंसे अन्य संभावित लोगों की तलाश में मदद की। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को तुरंत सहायता और मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।

यह हादसा जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन और प्राकृतिक आपदाओं की लगातार बढ़ती घटनाओं में एक और दर्दनाक अध्याय जोड़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारी बारिश और भूस्खलन की जोखिम भरी परिस्थितियों के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में इस प्रकार की घटनाओं की संभावना अधिक रहती है।

अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि वे पहाड़ी ढलानों और खतरनाक क्षेत्रों में बिना आवश्यकता के न जाएं और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में राहत शिविरों की स्थापना कर लोगों को सुरक्षित आश्रय और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई है।

इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके में मातम और शोक की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय प्रशासन और समाजजन इस परिवार की असमय मृत्यु पर शोक व्यक्त कर रहे हैं और प्रभावित परिजनों के लिए हर संभव सहायता देने का प्रयास कर रहे हैं।


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