भारी बारिश से 81 सड़कें ठप, मलबे में फंसीं सरकारी बसें, मानसून ने पकड़ी रफ्तार
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इससे कई जगह भूस्खलन व मलबा आने से सड़कों पर आवाजाही भी प्रभावित हुई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार शाम 5:00 बजे तक राज्य में 81 सड़कों पर आवाजाही ठप रही। सबसे ज्यादा सड़कें मंडी जिले में बाधित हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में 17 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं। हलांकि सुबह 212 ट्रांसफार्मर बाधित थे। गाद आने से 13 जल आपूर्ति योजनाएं भी ठप हैं। बुधवार रात और गुरुवार दिन को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य भागों में झमाझम बारिश हुई। सुंदरनगर में 110.9, पालमपुर 109.4, बग्गी 84.6, शिमला 84.0, गोहर 80.0, सोलन 79.8, मशोबरा 78.5, जोगिंद्रनगर 75.0 और बैजनाथ में 70.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
सुंदरनगर क्षेत्र में भारी बारिश से कई सड़कें बंद
मंडी जिले के सुंदरनगर में देर रात से हो रही बारिश के कारण कुछ सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं। इसे लेकर उपमंडल अधिकारी ने इन सड़क मार्ग से सफर नहीं करने की अपील की है। उपमंडल अधिकारी नागरिक सुंदरनगर गिरीश समरा ने कहा कि सलापड़-सेराकोठी मार्ग, पंडार-तातापानी मार्ग, मलोह-कटेरु मार्ग, खुराहाल-कंदार मार्ग, कटेरू-सलापड़-पोड़ाकोठी मार्ग, करंगल-किंदर मार्ग, सलापड़-तातापानी मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। उपमंडल अधिकारी ने कहा कि भारी बरसात से मौसम में पहाड़ी क्षेत्रों में सफर करने से परहेज करें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में जिला प्रशासन सहित उपमंडल प्रशासन के दिए गए नंबर 01907-266001 पर संपर्क करें। वहीं, सरकाघाट-मसेरन सड़क मसेरन गलू के पास भूस्खलन के कारण बाधित है।
कई जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य में मानसून सक्रिय रहा है और राज्य के अधिकांश हिस्सों में व्यापक वर्षा हुई है। अगले 2-3 दिनों के दौरान मानसून की गतिविधि की तीव्रता और वितरण में वृद्धि होने की संभावना है। इस दौरान ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 8 जुलाई से वर्षा की गतिविधि में कमी आने की संभावना है। इस अवधि के दौरान औसत न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। बीती रात से गुरुवार सुबह तक हुई भारी बारिश से शिमला के विकासनगर में मलबा आने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। वहीं, हिमलैंड के समीप एक पेड़ गिरा है। शिमला-चक्कर-बिलासपुर मार्ग पर बारिश होने के कारण काफी ज्यादा मलबा आ गया। सड़क पर मलबा आने से वाहनों की आवाजाही दोनों तरफ रुक गई। हालांकि, अब मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।
न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.0, सुंदरनगर 21.3, भुंतर 22.4, कल्पा 17.0, धर्मशाला 20.1, ऊना 22.8, नाहन 23.3, पालमपुर 19.7, सोलन 19.0, मनाली 19.4, कांगड़ा 22.4, मंडी 23.3, बिलासपुर 24.9, हमीरपुर 25.1, चंबा 24.9, जुब्बड़हट्टी 20.0, कुफरी 15.3, कुकुमसेरी 13.9, नारकंडा 13.4, रिकांगपिओ 19.3, धौलाकुआं 26.1, बरठीं 24.9, समदो 18.0, पांवटा साहिब 21.0, सराहन 19.0, देहरा गोपीपुर 26.0, ताबो 15.2, सैंज 21.3 व बजौरा में 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
करसोग के तलेहन में बाढ़ जैसे हालात, सड़क नाले में तब्दील, मलबे में फंसीं बसें
मंडी जिले में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है। करसोग उपमंडल के तलेहन में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। यहां मलबे में एचआरटीसी बसें व अन्य कई वाहन फंस गए। बसें बुधवार रात को रात्रि ठहराव के लिए यहां खड़ी थीं, लेकिन गुरुवार सुबह 4:00 बजे अचानक आए मलबे की चपेट में आ गईं। एचआरटीसी बस चालक गुरदेव शर्मा ने बताया कि सुबह 4:00 बजे अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में पानी व पत्थर गिरने के आवाज सुनाई दी। मौके पर पहुंचे तो देखा कि बसें व अन्य वाहन मलबे में फंसे हुए थे। मलबे के कारण सड़क भी पूरी उखड़ गई और नाले में तब्दील हो गई है।
इन जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा
आईएमडी हाइड्रोमेट डिवीजन नई दिल्ली की ओर से हिमाचल के लिए राष्ट्रीय अचानक बाढ़ मार्गदर्शन बुलेटिन जारी किया गया है। इसके तहत अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और पड़ोस में कम से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा है। एनएच-3 बनोग के पास धर्मपुर से कोटली की तरफ पत्थर गिरने से सड़क मार्ग बंद हो गया।
बतैल में दुकानों में घुसा बारिश का पानी, सत्संग घर को जोड़ने वाली सड़क क्षतिग्रस्त
मंडी-हमीरपुर सीमा के बतैल बाजार में बारिश का पानी दुकानों व घरों में घुसने से काफी नुकसान हुआ है। दो घंटे की भारी बारिश के कारण नाले भी उफान पर रहे। बतैल से रोपा-ठाठर सड़क में बाढ़ आने की वजह से रात को दुकानों व घरों में पानी घुस गया। इससे लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय निवासी तिलक राज ठाकुर व अन्य ने बताया कि सड़क के पानी के कारण दुकान सहित घर से तीन कमरे पानी से भर गए। उधर, राधास्वामी सत्संग व्यास के घर बतैल को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह से बारिश के तेज बहाव से क्षतिग्रस्त हो गई है।
जाहू में दो घंटे की मूसलाधार बारिश ने डराए लोग
दो घंटे की मूसलाधार बारिश के कारण जाहू पंचायत के तलाई गांव के लोग घरों की ओर आ रहे पानी से डर गए। बीती बुधवार रात करीब 12:45 से 2:45 बजे तक मूसलधार बारिश की वजह से सुलगवान से जाहू सड़क पानी की तेज बहाव के कारण खड्ड में बदल गई। सड़क के किनारे नालियों की व्यवस्था नहीं होने की वजह से बारिश का पानी घरों में घुस गया। इससे लोग घरों से बाहन निकल गए। ग्रामीण पवन कुमार, दीना नाथ, जोगिंद्रर सिंह, सुनील कुमार, सुंदर राम व अन्य का कहना है कि तलाई गांव में आधा किलोमीटर दूर कांगुघट्टी गांव से बारिश का पानी आ रहा है। इससे सुलगवान से जाहू सड़क नालियों के अभाव से नाले में बदल गई है। गांव के कच्चे घरों को खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या से लोक निर्माण विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित तौर पर कई बार अवगत करवाया गया है लेकिन आज तक कोई हल नहीं हुआ है। लोक निर्माण विभाग उपमंडल भोरंज के सहायक अभियंता विजय कुमार का कहना है कि यह सड़क मरम्मत के लिए ठेकेदार के सौंप दी है।
कहां कितना अधिकतम तापमान
शिमला में अधिकतम तापमान 22.4, सुंदरनगर 27.0, भुंतर 32.7, ऊना 33.6, धर्मशाला 24.9, सोलन 26.4, मनाली 29.0, कांगड़ा 28.0, मंडी 26.0, बिलासपुर 32.3, हमीरपुर 32.0, चंबा 29.6, जुब्बड़हट्टी 25.8, रिकांगपिओ 30.0, धौलाकुआं 33.2, समदो 32.0, ताबो 32.3, सैंज 28.2 और बजौरा में 32.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।