नाना पटोले का BJP पर हमला, बोले- भाजपा नेतृत्व ने शिंदे पर बनाया सीएम पद का दावा छोड़ने का दबाव
महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर महायुति में बरकरार असमंजस को बुधवार को शिवसेना प्रमुख और कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने खत्म कर दिया। उन्होंने भाजपा नेतृत्व का फैसला मानने की बात कही। इसे लेकर विपक्ष ने भाजपा को घेरा है। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने आरोप लगाया कि भाजपा नेतृत्व ने शिंदे पर मुख्यमंत्री पद का दावा छोड़ने का दबाव बनाया। पटोले ने कहा कि महायुति को इतना बड़ा बहुमत मिलने के बाद भी सरकार बनाने में इतना समय लग रहा है। यह काफी संदिग्ध है।
पटोले ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने शिंदे पर सीएम पद की मांग न करने का दबाव बनाया है। सरकार के गठन को लेकर महाराष्ट्र की जनता को इतना इंतजार कराना निंदनीय है। उन्होंने देवेंद्र फडणवीस की ओर इशारा करते हुए कहा कि क्या अगला मुख्यमंत्री वही होगा, जिसका नाम चर्चा में है या कोई नया नाम सामने आएगा?उन्होंने कहा कि वैसे भाजपा अचानक नया चेहरा सामने लेकर आती है। इससे पहले कांग्रेस नेता बाला साहेब थोराट ने कहा कि शिंदे अप्रत्याशित बहुमत मिलने कारण भ्रमित और घबरा गए होंगे।
शिंदे ने कहा- भाजपा का फैसला स्वीकार
इससे पहले शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा था कि मेरे मन में सीएम बनने की लालसा नहीं है। पीएम मोदी और अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे मुझे मंजूर होगा। सरकार बनाते समय मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी। मैं चट्टान की तरह साथ खड़ा हूं। भाजपा की बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, हमें मान्य होगा। भाजपा का सीएम मुझे मंजूर है।
ऐसे रहे परिणाम
पिछले हफ्ते आए चुनावी नतीजों में शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन ने भारी बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखी। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में महायुति गठबंधन को 230 सीट और एमवीए को केवल 46 सीट मिलीं। भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं। इसके अलावा चार सीटें अन्य के खाते में गईं। शिवसेना (यूबीटी) 20 सीट जीतकर विपक्षी खेमे में सबसे बड़ी पार्टी बनी। कांग्रेस ने 16 सीटें जीतीं, जबकि राकांपा (शरदचंद्र पवार) 10 सीट के साथ सबसे पीछे रही।