मुझे लगता है कि ईवीएम का दुरुपयोग होता है, EC जवाब दे'; कांग्रेस के आरोपों पर कपिल सिब्बल
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने रविवार को कहा कि चुनाव आयोग को हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में ईवीएम को लेकर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। सिब्बल ने कहा कि उनका मानना है कि चुनावों में ईवीएम का दुरुपयोग होता है।
कांग्रेस ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग को हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना के दौरान ईवीएम में सामने आई विसंगतियों को लेकर कई शिकायतें सौंपी थीं। 20 विधानसभा क्षेत्रों के कांग्रेस उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाए हैं कि आठ अक्टूबर को मतगणना के दौरान कुछ ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थीं।
'मैं शुरू से ही इसके (ईवीएम के) खिलाफ हूं'
कांग्रेस के आरोपों को लेकर पूछे गए सवाल पर सिब्बल ने कहा, कांग्रेस ने ईवीएम के बारे में जो सवाल उठाए हैं, वह निर्वाचन आयोग को इसके सबूत दे रही है। मुझे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन निर्वाचन आयोग को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। मुझे लगता है कि ईवीएम का दुरुपयोग होता है, यह किस हद तक होता है, मुझे नहीं पता।
कांग्रेस के पूर्व नेता ने कहा, मैं शुरू से ही इसके (ईवीएम के) खिलाफ हूं। मैंने पहले भी कई बयान दिए हैं। जो अस्पष्ट है, उसे स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम को 'अप्रत्याशित' बताते हुए कुछ सीट पर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
भागवत के बयान पर सिब्बल बोले- इस देश में देवता बंटे हुए हैं
वहीं कपिल सिब्बल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के विजयादशमी पर संबोधन पर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भागवत के बयान और भारतीय जनता पार्टी की सरकार के जमीनी स्तर पर किये जा रहे कार्यों में बड़ा अंतर है। मोहन भागवत ने विजयादशमी पर अच्छा बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस देश में देवता बंटे हुए हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए, संत बंटे हुए हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए। यह विभिन्न धर्मों और भाषाओं का देश है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2014 के बाद समाज में कई विभाजन हुए हैं और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया तथा उन पर बुलडोजर चलाए गए। सिब्बल ने कहा कि 'लव जिहाद' और 'फ्लड जिहाद' की अवधारणाओं पर बात हो रही है।मैं आरएसएस से पूछना चाहता हूं कि जब ऐसी घटनाएं होती हैं तो वह सवाल क्यों नहीं उठाता? लोग दूसरों की नागरिकता पर संदेह करते हैं। कई विवादास्पद बयान दिए जाते हैं, आरएसएस सवाल क्यों नहीं उठाता।