50655 करोड़ रु की 8 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजओं को मंजूरी, अयोध्या में बनेगा रिंग रोड
नयी दिल्ली, केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में अयोध्या और कानपुर में रिंग रोड के निर्माण सहित कुल 50,655 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय राजमार्ग विकास की आठ महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के प्रस्ताव को शुक्रवार को स्वीकृति प्रदान की।
पीएम गतिशक्ति मंच की मदद से समन्वित नियोजन के साथ नियोजित इन राजमार्ग परियोजनाओं की कुल लंबाई 936 किलो मीटर है , जिसे विजन 2047 को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समित में स्वीकृत इन प्रस्तावों की जानकारी देते हुए सूचना प्रसारण एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संवादाताओं से कहा, ‘ये परियोजनाएं कुल करीब 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की है और इनके निर्माण से 4.5 करोड़ दिहाड़ी रोगार का सृजन होगा।” उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं की योजना इस तरह बनी है ताकि भूमि अधिग्रण की जरूरत कम से कम पड़। इनमें संबंधित क्षेत्रों के वर्तमान सड़क मार्गों की भूमि का भी प्रयोग हो सकेगा।श्री वैष्णव ने कहा कि धार्मिक नगरी अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए करीब 4000 करोड़ रुपये की लागत से करीब 68 किलोमीटर का रिंग रोड बनाया जाएगा जो समीप से गुजरने वाले वर्तमान राष्ट्रीय राजमार्ग से भी जुड़ा होगा। कानपुर में बढ़ती औद्योगिक गतिविधियों और विकास की जरूरतों को देखते हुए शहर के चारो ओर छह लेन का रिंग रोड बनाने की परियेाजना भी मंजूर की गयी है। इस 3298 करोड़ रुपये का खर्च होगा।
उन्होंने बताया कि आज की बैठक में पूर्वोत्तर में विकास की गति की जरूरतों को देखते हुए गुवाहाटी शहर के विकास के लिए गुवहाटी बाईपास को हाईवे से जोड़ने के लिए 121 किलो मीटर की राजमार्ग परियोजना को भी मंजूरी दी गयी है जिसपर 5729 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इससे शहर के चारो ओर एक रिंग रोड विकसित होगा। इसके अलावा पुणे-नासिक मार्ग पर आठ लेन का फ्लाईओवर कारीडोर बनाया जाएगा। इससे जाम की समस्या दूर होगी शहर के समीपवर्ती चिंचवाड-चाखन औद्योगिक क्षेत्र के परिवहन मार्ग में सुगमता आएगी। इस परियोजना के लिए 7827 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजना मंजूर की गयी है। रायपुर-रांची के बीच पूर्ण निर्माणाधीन राजमार्ग परियाजना के तहत पत्थलगांव- गुमला के बीच 137 किलो मीटर के खंड के निर्माण को भी मंजूरी दी गयी जिस पर 4473 करोड़ रुपये खर्च होंगे तथा इसका लाभ छत्तीसगढ और झारखंड को मिलेगा। गुजरात में थरण-मेहसाणा क्षेत्र में 214 करोड़ रुपये के छह लेन की परियोजना को मंजूरी दी गयी है जो दिल्ली-ट्रांस राजस्थान हाई वे और दिल्ली-मुंबई गलियारा परियोजना को जोड़ेगा। इस परियोजना पर 10534 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
उन्होंने बताया कि आज की बैठक में पश्चिम बंगाल में खड़गपुर से मोरेग्राम (मुर्शिदाबाद) तक चार लेन हाईवे परियोजना को मंजूरी दी गयी है। इस घनी आबादी वाले क्षेत्र के विकास के लिए बनायी गयी इस परियोजना की लंबाई 231 करोड़ रुपये है और इस पर 10247 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
सरकार ने आगरा से ग्वालियर के बीच छह लेन हाईस्पीड कारीडोर के निर्माण का भी निर्णय लिया है। इस 88 किलोमीटर के राजमार्ग पर 461 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।