टाटा कंपनी के नाम पर नकली चायपत्ती, नमक और हार्पिक की बिक्री का भंडाफोड़

गोरखपुर शहर और आसपास के इलाकों में टाटा ब्रांड के नाम पर नकली चायपत्ती, नमक और हार्पिक की बिक्री का मामला सामने आया है। खोराबार पुलिस और टाटा कंपनी के अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई में इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया गया। पुलिस ने दो दुकानदारों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
टाटा कंपनी के जांच अधिकारी और शाहपुर निवासी शिवम गुप्ता ने बताया कि बीते कुछ समय से खोराबार क्षेत्र में कंपनी के नकली उत्पाद बिकने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। प्रारंभिक जांच के बाद इसकी जानकारी खोराबार पुलिस को दी गई, जिसके बाद संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई की गई।

टीम ने सबसे पहले जंगल सिकरी गांव में वकील कुमार जायसवाल की विकास जनरल स्टोर की तलाशी ली। दुकान के गोदाम से टाटा अग्नि चाय, टाटा प्रीमियम चाय और टाटा नमक के 500 से अधिक पैकेट बरामद किए गए। पैकेट की छपाई, सील और बैच नंबर की जांच में सभी उत्पाद नकली पाए गए। पुलिस ने मौके पर ही सामान सील कर कब्जे में ले लिया।
इसके बाद टीम सूबा बाजार पहुंची, जहां मंजू गुप्ता की दुकान के गोदाम से नकली हार्पिक, चाय और नमक के 400 से अधिक पैकेट बरामद किए गए। इन उत्पादों की पैकिंग देखने में पूरी तरह असली जैसी थी, जिससे उपभोक्ताओं को भ्रमित किया जा रहा था।
शिवम गुप्ता ने कहा कि नकली खाद्य और घरेलू उपयोग के उत्पादों की बिक्री सीधे तौर पर उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा है। बरामद सामान में से कुछ नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
