असम चुनाव से पहले अमित शाह का बड़ा बयान, घुसपैठियों को बाहर करने का दिया भरोसा

गुवाहाटी | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को असम की जनता को संबोधित करते हुए आह्वान किया। उन्होंने राज्य के लोगों से अपील की कि वे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग सोच-समझकर करें। शाह ने चुनावों को लेकर कहा कि जनता को एक ऐसी सरकार चुननी चाहिए जो राज्य में घुसपैठ की समस्या के खिलाफ सख्ती से काम करे और असम के विकास को प्राथमिकता दे।
गृह मंत्री ने क्या कहा?
गृह मंत्री ने दावा किया कि असम ने पिछले एक दशक में अभूतपूर्व प्रगति देखी है। उन्होंने कहा 'राज्य में पिछले दस वर्षों से चल रही भारतीय जनता पार्टी की सरकार और केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के ग्यारह वर्षों के कार्यकाल में असम ने अभूतपूर्व प्रगति की है।
यहां 5,000 सीटों वाले सभागार का उद्घाटन करने के बाद शाह ने कहा, 'अगले साल मार्च-अप्रैल में होने वाले चुनावों में ऐसी सरकार चुनें जो घुसपैठ न होने दे और असम की उन्नति के लिए कार्य करे।' उन्होंने आगे कहा, 'पिछले 10 वर्षों में भाजपा सरकारों के नेतृत्व में असम में बहुत विकास हुआ है। भाजपा को पांच वर्ष का आशीर्वाद और दें, हर घुसपैठिए की पहचान करके उसे वापस भेज दिया जाएगा।'
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए राज्य में घुसपैठ की समस्या के लिए उसे दोषी ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया, 'वोटों के लालच में कांग्रेस ने घुसपैठ को बढ़ावा दिया, जिसने आज असम की पहचान के लिए खतरा पैदा कर दिया है।'
शाह ने जोर देकर कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अब राज्य के 'सांस्कृतिक और आर्थिक पुनर्जागरण' के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में जिस 'ज्योति-बिष्णु अंतर्राष्ट्रीय कला मंदिर' का उद्घाटन हुआ है, वह राज्य के विकास का प्रतीक है।
