अहमदाबाद हादसा: तो मंत्रालय भी नहीं होना चाहिए…गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कांग्रेस का पलटवार

अहमदाबाद हादसा: तो मंत्रालय भी नहीं होना चाहिए…गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
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कांग्रेस ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में 200 से अधिक लोगों की मौत पर शुक्रवार को दुख जताया. उन्होंने कहा कि मौके का दौरा करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ‘भाग्य पर व्याख्यान’ देने के बजाय जवाबदेही तय करने का वादा कर सकते थे.

शाह विमान हादसे के कुछ घंटे बाद अहमदाबाद पहुंचे थे. उन्होंने कहा था कि दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान का तापमान ईंधन जलने के कारण इतना अधिक था कि किसी को बचा पाने की कोई गुंजाइश ही नहीं थी. शाह के इस बयान को लेकर कांग्रेस उन पर निशाना साध रही है.

मृतकों को दी श्रद्धांजलि

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कांग्रेस एआई-171 विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले सभी यात्रियों, चालक दल के सदस्यों, और उन निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है, जो दुर्घटनास्थल के आसपास मौजूद थे और हादसे का शिकार हो गए. हम इस त्रासदी से प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक बेहद भीषण और हृदय विदारक दुर्घटना है, जिसने पूरे देश को गहरे दुःख और सदमे में डाल दिया है. कांग्रेस पार्टी इस सामूहिक दुख और पीड़ा के समय में राष्ट्र के साथ खड़ी है.

शाह के बयान पर साधा निशाना

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने शाह के बयान के वीडियो की एक छोटी सी क्लिप सोशल मीडिया पर साझा की. जिसको लेकर उन्होंने लिखा कि जब एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और लोगों की मौत हो गई, तो गृह मंत्री कम से कम जवाबदेही का वादा कर सकते हैं, न कि भाग्य पर व्याख्यान दें. खेड़ा का मानना है कि गृह मंत्री ने कहा कि दुर्घटनाओं को कोई नहीं रोक सकता. शाह के इस बयान पर खेड़ा ने सवाल किया कि यदि कुछ भी रोका नहीं जा सकता, तो हमारे पास मंत्रालय हैं ही क्यों?

‘विमान दुर्घटनाएं कोई दैवीय कृत्य नहीं’

खेड़ा ने शाह के भाग्य वाले बयान को लेकर कहा कि विमान दुर्घटनाएं कोई दैवीय कृत्य नहीं हैं, उन्हें रोका जा सकता है. इसीलिए हमारे पास विमानन नियामक, सुरक्षा प्रोटोकॉल और संकट के समय कैसे निपटा जा सके, इसकी व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से गृह मंत्री ने बयान दिया है, उसको सुनकर लगता है कि हमें सुरक्षा बुनियादी ढांचे, विनियमन, या संकट की तैयारी में निवेश करना पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए. उन्होंने शाह से सवाल करते हुए कहा कि क्या किसी भी दुर्घटना को भाग्य पर छोड़ देना चाहिए?

अहमदाबाद विमान दुर्घटना को लेकर अमित शाह ने कहा था कि हादसे के बाद तापमान इतना अधिक हो गया था कि किसी को बचाने का कोई मौका ही नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि अगर विमान में इतना ज्यादा ज्वलनशीन ईंधन नहीं होता, तो कई लोगों को बचाया जा सकता था.

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