इंडिगो संकट के बीच जम्मू से 11 उड़ानें शुरू, श्रीनगर में 7 फ्लाइट रद्द

इंडिगो संकट के बीच जम्मू से 11 उड़ानें शुरू, श्रीनगर में 7 फ्लाइट रद्द
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श्रीनगर में इंडिगो एयरलाइंस की व्यापक उड़ान रद्दीकरण से परेशान यात्रियों को शनिवार को आंशिक राहत मिली। एयरलाइन ने जम्मू एयरपोर्ट से 11 उड़ानों का संचालन फिर से शुरू कर दिया है, जिससे यात्रियों को कुछ राहत महसूस हुई। हालांकि श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थिति अब भी सामान्य नहीं हो पाई है, जहां सात उड़ानें आज रद्द करनी पड़ीं। यह अव्यवस्था पायलट रोस्टरिंग में आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण पिछले पांच दिनों से पूरे देश में जारी है।

जम्मू एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं और लगातार हो रही देरी या उड़ान रद्द होने से यात्री मुश्किल में हैं। अधिकारियों ने बताया कि बहाल की गई 11 उड़ानों में से नौ तय समय पर संचालित होंगी, जबकि मुंबई और हैदराबाद की दो उड़ानें अभी भी निलंबित रहेंगी।

श्रीनगर हवाई अड्डे पर इंडिगो को शनिवार को कुल 36 उड़ानें संचालित करनी थीं जिनमें 18 आगमन और 18 प्रस्थान शामिल थे। रोस्टरिंग की समस्या के चलते सात आने वाली और सात जाने वाली उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इसके साथ ही एक अन्य एयरलाइन की भी एक उड़ान रद्द रही।

इंडिगो का यह संकट अब पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है। पायलटों की कमी और रोस्टरिंग में चूक के कारण बड़ी संख्या में उड़ानें प्रभावित हो रही हैं जिससे लाखों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई यात्रियों को बढ़े हुए खर्च, होटल बुकिंग में नुकसान और यात्रा योजनाओं में बदलाव के कारण मुश्किलें बढ़ी हैं। एयरलाइन ने शुक्रवार को सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए घोषणा की कि रद्द हुई उड़ानों के यात्रियों को पूरा रिफंड दिया जाएगा।

इंडिगो प्रतिदिन करीब 2,300 उड़ानें संचालित करती है और 400 से अधिक विमानों का बेड़ा रखती है। ऐसे में पायलटों की अचानक कमी ने संचालन व्यवस्था को गंभीर रूप से बाधित कर दिया है जिससे समय पर उड़ानों की दर में भारी गिरावट आई है।

विशेषज्ञों का अनुमान है कि स्थिति को सामान्य होने में अभी कुछ दिन और लग सकते हैं। इस बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बढ़ती हवाई किराए की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एयरलाइंस को निर्देश दिया है कि वे किराए की निर्धारित सीमा का पालन करें और किसी भी प्रकार की मनमानी कीमत न वसूलें। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह सीमा तब तक प्रभावी रहेगी जब तक हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाते।

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