पाकिस्तान से तनाव के बीच तेज प्रताप ने जताई देश-सेवा की इच्छा

चारा घोटाले से लेकर लैंड फॉर जॉब तक के मामलों में जमानत पर चल रहे बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे आज चर्चा में हैं। तेज प्रताप यादव ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच देश-सेवा की इच्छा जताई है।कहा जाता है कि नेताओं के बेटे सीमा पर तनाव के समय देश-सेवा में नहीं जाते। लेकिन, बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और देश के भूतपूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे विधायक तेज प्रताप यादव ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच वायु सेना में सेवा देने की इच्छा जताकर सुर्खियां बटोर ली हैं।
चारा घोटाले से लेकर लैंड फॉर जॉब के मामलों के कारण कोर्ट के चक्कर लगाकर स्वास्थ्य आधार पर जमानत लेकर फिलहाल नई दिल्ली एम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव इस समय बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं और आगामी चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं। बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बिहार में मंत्री रह चुके हैं और इस समय समस्तीपुर जिले की हसनपुर सीट से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक हैं।
तेज प्रताप ने जो लिखा, पहले वह शब्दश: पढ़ें
राजद विधायक और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट में पायलट वाली तस्वीरों के साथ लाइसेंस का फोटो डालकर लिखा- "पायलट की ट्रेनिंग अगर देश के काम आ सकती है तो, मैं तेज प्रताप यादव हर समय देश की सेवा के लिए तत्पर हूँ। आपके जानकारी के लिए बता दू की मैने भी पायलट की ट्रेनिंग ले रखी है और देश के लिए मेरी जान भी चली जाए तो अपने आपको भाग्यशाली समझुगा।"
तेज प्रताप के पोस्ट पर प्रतिक्रिया भी तेज आ रही
तेज प्रताप के समर्थकों के साथ भारी तादाद में आम सोशल मीडिया यूजर्स ने भी जहां देश-सेवा की उनकी भावना का स्वागत किया है, वहीं दूसरी ओर नकारात्मक प्रतिक्रियाओं की भी बाढ़ आई हुई है। कोई उनकी इस काबिलियत को जुगाड़ बता रहा है तो कोई उनके पिता की चर्चा करते हुए घोटाले की बात कह रहा है। हालांकि, तेज प्रताप यादव ने यह प्रस्ताव देकर नई लकीर जरूर खींच दी है।
पहलगाम में आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत के बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान के 100 किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकवादियों के नौ ठिकानों को मिसाइलों से तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से भारत में जहां-तहां आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने की खबरें आ रही हैं। ऐसे में तेज प्रताप यादव का यह प्रस्ताव निश्चित रूप से चर्चा में है।