प्रदीप मिश्रा बड़ा बयान: औरंगजेब की कब्र भारत से हटाई जाए

मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर देशभर में राजनीतिक विवाद छिड़ा हुआ है। इस मुद्दे पर बयानबाजी लगातार जारी है। अब इस बहस में कुबरेश्वर धाम के अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
"औरंगजेब की कब्र हटाई जानी चाहिए" – पंडित प्रदीप मिश्रा
मीडिया से बातचीत में पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि औरंगजेब सनातन विरोधी था और उसका विरोध करना सनातन धर्म की मजबूती का प्रतीक है। उन्होंने कहा,
"औरंगजेब ने सनातन धर्म और राष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया। इसलिए उसकी कब्र भारत से हटाई जानी चाहिए। उसकी जगह जो भी बनाना हो, बनाया जाए।"
महाराष्ट्र से शुरू हुआ विवाद
यह विवाद महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी के बयान के बाद गहराया। अबू आजमी ने औरंगजेब को "अच्छा राजा" बताते हुए कहा था कि उसके शासनकाल में भारत अफगानिस्तान तक फैला था। साथ ही उन्होंने दावा किया कि औरंगजेब और छत्रपति शिवाजी महाराज के बीच संघर्ष सत्ता और भूमि को लेकर था, न कि धर्म के कारण। इस बयान के बाद तीखी प्रतिक्रिया आई, और बाद में दबाव बढ़ने पर उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया।
महाकालेश्वर मंदिर में वीआईपी दर्शन पर भी बोले पंडित प्रदीप मिश्रा
पंडित प्रदीप मिश्रा ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आम और वीआईपी दर्शनों के भेदभाव पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा,
"महाकाल राजा अपने भक्तों में भेदभाव नहीं करते। आम और खास सभी को समान रूप से दर्शन का लाभ मिलना चाहिए। किसी भी धर्मस्थल पर ऐसा भेदभाव नहीं होना चाहिए। उचित अवसर मिलने पर मैं इस मुद्दे को धार्मिक फोरम पर जरूर उठाऊंगा।"