गोवंश परिवहन को लेकर खरगोन में बड़ी कार्रवाई, पांच करोड़ रुपये के 53 वाहन होंगे राजसात
मध्य प्रदेश के निमाड़ अंचल में गोवंश और पशुओं की अवैध तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। निमाड़ के खरगोन, खंडवा के रास्ते से बुरहानपुर जिले से सटे महाराष्ट्र की सीमा पर इस तरह के वाहन पुलिस ने पकड़े हैं। खरगोन जिले से लगातार सामने आ रहे गोवंश तस्करी के मामलों को लेकर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। खरगोन कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने गौवंश के परिवहन करते हुए पकड़े गए कुल 53 वाहनों को राजसात करने के आदेश जारी किए हैं। इनकी कुल कीमत करीब पांच करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
खरगोन जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के एक आदेश के अनुसार, जिले में गौवंश का परिवहन बिना वैध अनुज्ञा के पाए जाने पर 53 वाहनों पर मप्र गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है। इन वाहनों को गौवंश सहित शासन के हित में राजसात करने के आदेश दिए गए हैं। जिले में इस प्रकार के कुल 54 प्रकरणों में 123 आरोपियों से 53 वाहन और 484 गौवंश जब्त किए गए थे। राजसात किए गए वाहन और गौवंश की कुल कीमत 5 करोड़ 10 लाख 7 हजार 300 रुपये बताई जा रही है।
जिले के 12 थानों में की गई कार्रवाई
खरगोन जिले में प्रशासन द्वारा की गई यह पूरी कार्रवाई मप्र गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत की गई है। इसमें खरगोन जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों, जैसे चैनपुर, महेश्वर, मेनगांव, बड़वाह, बलकवाड़ा, भगवानपुरा, बिस्टान, भीकनगांव, कसरावद, थाना कोतवाली खरगोन, गोगांवा और ऊन थाना में प्रकरण दर्ज कर गौवंशीय पशुओं का अवैध परिवहन करने वाले वाहनों को उनमें ले जाए जा रहे गौवंश के साथ जब्त किया गया था।