पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन, AIIMS में चल रहा था भाजपा के दिग्गज नेता का इलाज

पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का निधन,  AIIMS में चल रहा था भाजपा के दिग्गज नेता का इलाज
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बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता सुशील मोदी का आज निधन हो गया। वरिष्ठ बीजेपी नेताओं में शुमार 72 वर्षीय सुशील मोदी ने दिल्ली में अंतिम सांस ली। वे कैंसर रोग से पीड़ित थे और उनका AIIMS दिल्ली में इलाज चल रहा था।

पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी का पार्थिव शरीर कल यानी 14 मई को पटना के राजेंद्र नगर में उनके आवास पर लाया जाएगा और दिन में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने X पर पोस्ट करते हुए सुशील मोदी के निधन की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ‘बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है।’

दिल्ली के दूसरे उपमुख्यमंत्री विनय कुमान सिन्हा ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुशील मोदी जी अब हमारे बीच नहीं रहे । पूरे भाजपा संगठन परिवार के साथ-साथ मेरे जैसे असंख्य कार्यकताओं के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है । अपने संगठन कौशल,प्रशासनिक समझ और सामाजिक राजनीतिक विषयों पर अपनी गहरी जानकारी के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे। ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिरशांति और परिजनों को इस शोक की घड़ी में सम्बल प्रदान करें।’

PM मोदी ने शोक व्यक्त किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशील मोदी के निधन पर शोक व्यक्त किया और उनके आपातकाल से लेकर GST पारित होने की भूमिका को याद किया। PM मोदी ने लिखा, ‘पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे। राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!’

40 दिन पहले सुशील मोदी ने दी थी कैंसर की जानकारी

आज से करीब 40 दिन पहले 3 अप्रैल को ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट करते हुए लिखा था, ‘पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है । लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। PM को सब कुछ बता दिया है । देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित।’

कौन थे सुशील मोदी? जेपी आंदोलन में निभाई थी सक्रिय भूमिका

5 जनवरी 1942 को जन्मे सुशील मोदी 1973 में पहली बार राजनीति में उतरे और पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के जनरल सेक्रेटरी बने। सुशील मोदी जेपी आंदोलन में भी काफी सक्रियता से लगे रहे थे। जेपी आंदोलन के दौरान और इंदिरा गांधी सरकार में आए आपातकाल के विरोध में वे 5 बार गिरफ्तार किए जा चुके थे।

बाद में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में भी शामिल हुए। 1977 से लेकर 1986 तक उन्होंने ABVP में कई भूमिकाएं निभाईं। और फिर 1990 में राजनीति की मुख्यधारा में शामिल हो गए। 1996 से लेकर 2004 तक वे विपक्ष के नेता रहे और 2004 में भागलुर लोक सभा सीट से चुनाव जीतकर भाजपा के सांसद बने।

2005 में पहली बार बने बिहार के उप मुख्यमंत्री

साल 2005 में भाजपा के नेतृत्व वाली राजग (NDA) की बिहार में सरकार बनी और सुशील मोदी को उप मुख्यमंत्री बनाया गया। राज्य की जिम्मेदारी संभालने के बाद सुशील मोदी सांसद पद से इस्तीफा दे दिए। 2010 में फिर अगले पांच साल के लिए NDA की सरकार बनी और सुशील मोदी को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाया गया। बता दें कि इन दोनों चुनावों (2005 और 2010) में सुशील मोदी चुनाव नहीं लड़े थे। NDA की सरकार जीतने के बाद वे विधान परिषद के सदस्य बनाए गए थे।

8 दिसंबर 2020 को सुशील मोदी को बिहार से राज्यसभा सांसद के लिए चुना गया। उन्हें राम विलास पासवान के निधन के बाद राज्यसभा बुलाया गया था।

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