बागेश्वर धाम की हनुमंत कथा के समापन पर अफरा तफरी, काफिले की गाड़ियां टकराईं, अलग अलग घटनाओं से मचा हड़कंप

बागेश्वर धाम की हनुमंत कथा के समापन पर अफरा तफरी, काफिले की गाड़ियां टकराईं, अलग अलग घटनाओं से मचा हड़कंप
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भिलाई, दुर्ग जिला

दुर्ग जिले के भिलाई स्थित जयंती स्टेडियम में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पांच दिवसीय दिव्य हनुमंत कथा का सोमवार को समापन हुआ। कथा 25 दिसंबर से 29 दिसंबर तक चली, जिसमें छत्तीसगढ़ सहित आसपास के राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भिलाई पहुंचे।

कार्यक्रम के अंतिम दिन उस समय हलचल मच गई, जब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के काफिले में शामिल गाड़ियां आपस में टकरा गईं। बताया गया कि कार्यक्रम स्थल से रवाना होते समय अचानक एक युवक गाड़ियों के सामने आ गया। उसे बचाने के प्रयास में ड्राइवर ने तेज ब्रेक लगाया, जिससे पीछे चल रही डिफेंडर और दो इनोवा गाड़ियां आपस में टकरा गईं।





हादसे में किसी को गंभीर चोट नहीं आई। कार में सवार पंडित धीरेंद्र शास्त्री, भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पाण्डेय समेत सभी लोग सुरक्षित बताए गए हैं। टक्कर की तीव्रता अधिक नहीं थी, लेकिन वाहनों को नुकसान पहुंचा। युवक भी बाल बाल बच गया, जिसे मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत सड़क से हटाया।

घटना के बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे किसी भी तरह की जल्दबाजी या जोखिम भरे व्यवहार से बचें और सुरक्षा का ध्यान रखें।

इसी कार्यक्रम के दौरान एक और चिंताजनक घटना सामने आई। जयंती स्टेडियम में कथा के समय एक युवती ने खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। जानकारी के अनुसार, युवती पंडित धीरेंद्र शास्त्री से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहती थी। मुलाकात न हो पाने पर उसने नस काटने का प्रयास किया। घटना की सूचना मिलते ही मंच से पंडित शास्त्री ने भावुक अपील करते हुए सभी भक्तों से ऐसा कोई कदम न उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वे किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत पूजा के लिए नहीं, बल्कि भगवान हनुमान की कथा और भक्ति के लिए आए हैं।

इस बीच राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। बिलासपुर के लिंगियाडीह पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि टोटकों और एक लोटा जल से समस्याएं सुलझाने जैसे दावों से कोई ठीक नहीं होता। भाजपा द्वारा कांग्रेस को सनातन विरोधी बताए जाने पर पलटवार करते हुए बघेल ने कहा कि कोई भी सनातन का ठेकेदार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कथावाचक कथा के नाम पर पैसा लेना बंद कर दें, तो उन्हें कथा करने से कोई आपत्ति नहीं है।

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