उत्तर भारत में बाढ़ का कहर: पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही

नई दिल्ली, : उत्तर भारत के कई राज्य इन दिनों मॉनसून की भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
पंजाब में बाढ़ से भारी नुकसान
पंजाब में बाढ़ ने 23 जिलों के 1,996 गांवों को अपनी चपेट में लिया है। अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, और 1.75 लाख हेक्टेयर से अधिक फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के उफान से कई इलाके जलमग्न हैं। राहत और बचाव कार्यों में NDRF, सेना और स्थानीय प्रशासन जुटा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करेंगे और राहत पैकेज की घोषणा कर सकते हैं।
राजस्थान में भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने पूर्वी और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में 7 सितंबर को अत्यधिक भारी बारिश (30 सेमी तक) की चेतावनी जारी की है। जयपुर, कोटा और अन्य शहरों में बाढ़ और आकाशीय बिजली से कई लोगों की जान जा चुकी है। राजसमंद-जोधपुर हाईवे का हिस्सा बह गया, और कई सड़कें बंद हैं।
हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है, जबकि उत्तराखंड के उत्तरकाशी और नैनीताल जैसे क्षेत्रों में बादल फटने और बाढ़ से नुकसान हुआ है। IMD ने 8-9 सितंबर को हिमाचल और 6-7 सितंबर को उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है।
अन्य राज्यों में भी अलर्ट
हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 8-11 सितंबर के बीच भारी बारिश की संभावना है। दिल्ली-NCR में आज मध्यम से भारी बारिश और आंधी की चेतावनी है। हरियाणा में 10 लाख एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है।
प्रशासन और जनता से अपील
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। IMD ने सितंबर 2025 में सामान्य से 109% अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बना रहेगा।
नवीनतम अपडेट्स के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों पर ध्यान दें।
