करीब दो करोड़ की नकदी चोरी के आरोप में सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार

करीब दो करोड़ की नकदी चोरी के आरोप में सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार
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नगालैंड पुलिस ने कोहिमा में एक सरकारी कर्मचारी को गिरफ्तार किया है, जिस पर 11 चोरी की वारदातों में शामिल होने का आरोप है। इन मामलों में कोहिमा नगर परिषद (केएमसी) कार्यालय से हुई बड़ी चोरी भी शामिल है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

यह गिरफ्तारी हाल ही में कोहिमा नगर परिषद कार्यालय में हुई चोरी के बाद की गई है। कोहिमा नगर परिषद कार्यालय से लगभग 1 करोड़ रुपये की नकदी चोरी हुई थी।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम केकेतुओ है। वह कोहिमा का रहने वाला है और पुलिस इंजीनियरिंग परियोजना के मुख्य अभियंता कार्यालय में कर्मचारी है। शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद शुरुआती जांच में उसने सभी चोरी की वारदातों में शामिल होने की बात को कबूल कर लिया है।

कोहिमा पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और पीआरओ के. सोरिसो ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोहिमा पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दो हफ्ते की गहन जांच के बाद यह गिरफ्तारी की है।

उन्होंने बताया कि 3 जून को केएमसी कार्यालय में हुई चोरी के बाद इस मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई थी। मामले को सुलझाने में फॉरेंसिक उपकरणों, निगरानी तकनीकों, पैसों की लेन-देन पर नजर रखने और मैन्युअल खुफिया जानकारी जुटाने जैसी आधुनिक तरीकों की अहम भूमिका रही।

कोहिमा पुलिस के अनुसार, आरोपी के टी खेल कोहिमा गांव में स्थित घर से 38 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस ने चोरी के पैसों से खरीदी गईं गाड़ियां भी जब्त की हैं। इसके अलावा, उसके घर और गाड़ी से चोरी में इस्तेमाल होने वाले 50 से अधिक सामान भी बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने 11 चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात को स्वीकार किया है। इनमें से कुछ बड़ी रकमें हैं- 14 अगस्त 2023 को बैपटिस्ट कॉलेज कोहिमा से 45 लाख रुपये, 1 जनवरी 2024 को डी खेल कोहिमा गांव से 22.50 लाख रुपये, उद्यमी विकास एजेंसी से 10.83 लाख रुपये और 3 जून को कोहिमा नगर परिषद कार्यालय से 95 लाख रुपये। बाकी जगहों से चोरी की रकम मिलाकर कुल 1.86 करोड़ रुपये हुई।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए दस्ताने और मास्क पहनना, सीसीटीवी कैमरों से बचना और कोई सबूत न छोड़ने जैसे तरीके अपनाए थे। कोहिमा पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के सोरिसो ने कहा, पुलिस को लगता है कि आरोपी ने अकेले ही ये चोरी की है, लेकिन अभी भी जांच जारी है कि कहीं उसे अंदर से कई जानकारी या मदद तो नहीं मिली।

पुलिस ने बताया कि आरोपी के अत्यधिक खर्चों की जानकारी मिलने के बाद उसकी तलाश शुरू की। अधिकारियों ने शोरूम के साथ मिलकर काम किया और वाहन खरीद और बड़ी कीमत के लेन-देन की जांच की। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को एक वाहन का इस्तेमाल करते देखा गया, जिससे पूरे मामले का पता चला।

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