फैक्टरी में बनेंगी भारत की सड़कें !

नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने भारत में सड़क निर्माण के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अब सड़कें पारंपरिक तरीके से साइट पर बनाने के बजाय फैक्ट्री में तैयार की जाएंगी। इस नवाचार से न केवल निर्माण की गति बढ़ेगी, बल्कि गुणवत्ता में सुधार और लागत में कमी भी आएगी। यह घोषणा उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान की गई, जहां गडकरी ने मलेशिया की उन्नत तकनीक का जिक्र करते हुए इसके फायदों को रेखांकित किया।
गडकरी के अनुसार, सड़क का केवल कंक्रीट मिश्रण वाला हिस्सा निर्माण स्थल पर तैयार होगा, जबकि बाकी सभी हिस्से, जैसे प्री-कास्ट नालियां और अन्य संरचनाएं, फैक्ट्री में बनाई जाएंगी। यह प्री-कास्ट तकनीक सड़क निर्माण को तेज, टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल बनाएगी। मलेशिया की इस तकनीक का उपयोग पहले ही सिंगापुर और भारत में चेन्नई मेट्रो परियोजना में किया जा चुका है, जहां हजारों करोड़ रुपये की बचत हुई। गडकरी ने बताया कि इस तकनीक से 120 मीटर की दूरी में केवल दो पिलर की जरूरत पड़ती है, जिससे तीन पिलर की लागत बच जाती है।
गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए भी कई उपाय सुझाए। उन्होंने कहा कि डिवाइडर की ऊंचाई को तीन फीट तक बढ़ाया जाएगा और दोनों तरफ दीवारें बनाई जाएंगी, ताकि कोई भी सड़क पार न कर सके। इसके अलावा, ड्रेनेज सिस्टम के लिए प्री-कास्ट नालियां अनिवार्य की गई हैं, जो गुणवत्ता को और बेहतर करेंगी।