घर-घर में बिक रही शराब,राशन बेचकर शराब का सेवन,रिश्ते तक नहीं आ रहे, महिलाएं मजदूरी करके भर रहीं परिवार का पेट

घर-घर में बिक रही शराब,राशन बेचकर शराब का सेवन,रिश्ते तक नहीं आ रहे, महिलाएं मजदूरी करके  भर रहीं परिवार का  पेट
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मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के बलवाड़ा गांव में घर के पुरुषों के द्वारा मजदूरी के पैसे सहित घर में रखा आटा, दाल, शक्कर यहां तक की मुख्यमंत्री योजना के अंतर्गत मिलने वाला राशन भी बेचकर शराब का सेवन किया जा रहा है।शराब बिक्री की वजह से युवाओं के रिश्ते नहीं हो पा रहे। यही नहीं, गांव में महिलाएं मजदूरी करके परिवार पालने की कोशिश कर रही हैं, जबकि गांव के युवा सुबह से ही शराब के नशे में गलियों-चौराहों पर बैठ जाते हैं, जिन्हें समझाने वाले जनप्रतिनिधियों के साथ भी वे गाली-गलौज और मारपीट तक करते हैं।

वहीं, गांव की पूर्व सरपंच एक बुजुर्ग महिला ने तो बताया कि उसका बेटा शराब का सेवन कर रोजाना उसके साथ मारपीट करता है, जिससे वह परेशान है। इसके बाद बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं एकजुट होकर अपनी शिकायत दर्ज कराने जिला कलेक्टर से मिलने पहुंची थीं। वहीं, इस पूरे मामले में खंडवा आबकारी निरीक्षक का कहना है कि महिलाओं की शिकायत उनके संज्ञान में आई है, जिस पर वे टीम बनाकर एक से दो दिन में कार्रवाई करेंगे।

हम तो पिएंगे

अवैध शराब के विरोध में जनसुनवाई में पहुंची एक महिला ने कहा कि हम गांव में बिक रही शराब के कारण परेशान हो चुके हैं। मेरा बेटा कहता है कि मेरी शादी करवा दो, लेकिन वो इतना पीता है कि उसे कौन लड़की देगा। मैं कहती हूं कि शराब पीना बंद कर दे तो कहता है कि तुम थाने जाओ या कोर्ट हम तो पिएंगे शराब। मां ने कहा कि गांव में बिक रही अवैध दुकानें बंद नहीं होगी तो इसमें मैं क्या करूंगी।

जनप्रतिनिधि बोली- घर-घर में बिक रही शराब

गांव की एक जनप्रतिनिधि ने बताया कि गांव में घर-घर शराब बिक रही है। किसी को कोई डर नहीं रह गया है। इसकी शिकायत थाने से लेकर अधिकारियों तक कर चुके हैं। पुलिसवाले कहते है कि आप बताओ किसके घर में शराब बिक रही है। महिला ने कहा कि ये जांच करने का काम पुलिस का है, लेकिन वो हमें आगे करते है। पुलिस प्रशासन की जवाबदारी है कि वो अवैध शराब को कैसे बंद कराए। गांव में जांच करें तो घर-घर शराब मिलेगी।

जनसुनवाई में अनुपस्थित तीन अधिकारियों को नोटिस

प्रत्येक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रातः 11 बजे से जनसुनवाई के तहत विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों द्वारा नागरिकों की समस्याएं सुनी जाती हैं। इसी क्रम में मंगलवार को जनसुनवाई में जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त संजय शुक्ला, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी रत्ना शर्मा तथा उपायुक्त सहकारिता संजय सिंह आर्य अनुपस्थित रहे। जिस पर कलेक्टर ने तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। अपर कलेक्टर केआर बडोले ने बताया कि जवाब संतोषजनक न पाए जाने पर अनुपस्थित अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

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