मंदसौर से इंदौर भेजे जा रहे साढ़े पांच क्विंटल पीडीएस के चावल जब्त, एक आरोपी गिरफ्तार

मंदसौर से इंदौर भेजे जा रहे साढ़े पांच क्विंटल पीडीएस के चावल जब्त, एक आरोपी गिरफ्तार
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मंदसौर जिले में लंबे समय से गरीबों के हक के चावल की कालाबाजारी हो रही है, लेकिन खाद्य विभाग इस पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। अधिकांश मामलों में पुलिस ही सरकारी चावल की कालाबाजारी पर रोक लगाने का कार्य कर रही है। एक बार फिर नई आबादी थाना पुलिस ने एक लोडिंग पिकअप वाहन से साढ़े पांच क्विंटल पीडीएस के चावल बरामद किए हैं। उक्त चावल सीतामऊ का राजेन्द्र सोनी लोडिंग वाहन के माध्यम से इंदौर भिजवा रहा था। पुलिस ने वाहन जब्त कर दोनों आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

नई आबादी पुलिस ने बताया कि सूचना मिलने पर नाकाबंदी कर लोडिंग पिकअप वाहन क्रमांक एमपी 14 जीबी 0963 को शंका के आधार पर रोककर तलाशी ली। तभी वाहन में अलसी, मैथी व मिट्टी के कट्टो के साथ रखे पीडीएस चावल के 11 कट्टे मिले। इसका तोल करने पर उक्त चावल करीब 5.49 क्विंटल निकले। मौके से पिकअप चालक मदन पिता बद्रीलाल सेन (52) निवासी गोवर्धनपुरा तहसील सुवासरा को पकड़ा। इसके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है।


लंबे समय से हो रही है कालाबाजारी

जिला मुख्यालय सहित पिपलियामंडी, सीतामऊ, सुवासरा कयामपुर क्षेत्र में लंबे समय से सरकारी चावल की कालाबाजारी हो रही है, लेकिन इस पर अंकुश लगाने वाला जिम्मेदार खाद्य विभाग की अनदेखी चर्चा में है। इससे पहले भी शहर में सरकारी चावल की कालाबाजारी करने वाले कुछ व्यापारियों के यहां कोतवाली व वायडी नगर पुलिस ने कार्रवाई की थी। वहीं सीतामऊ तहसील में भी एसडीएम ने खुद कार्रवाई कर गोदाम सील किया था। सीतामऊ से भी सरकारी गेहूं और चावल की जब्ती हो चुकी है। अधिकांश मामलों में पुलिस या एसडीएम द्वारा कार्रवाई की जाती है। खाद्य अधिकारी हमेशा कठघरे में रहते हैं।

पुलिस को राजेन्द्र सोनी और अजीत वासवानी की तलाश

नईआबादी थाना टीआई वरुण तिवारी ने बताया कि सरकारी चावल की कालाबाजारी के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है। प्रारंभिक पूछताछ में वाहन चालक मदन ने बताया कि सीतामऊ के राजेन्द्र सोनी द्वारा उक्त लोडिंग वाहन में चावल भरकर इंदौर के अजीत वासवानी के यहां भेजा जा रहा था। अब पुलिस को राजेन्द्र और इंदौर के वासवानी की तलाश है।

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