नाना पटोले ने कसा तंज, बोले- शपथ ग्रहण समारोह में मुझे नहीं बुलाया गया, दोस्त फडणवीस को बधाई
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के नए सीएम देवेंद्र फडणवीस पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में मुझे नहीं बुलाया गया। मेरे मित्र फडणवीस को बधाई। मुझे उम्मीद है कि मेरे मित्र राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। जनता को महायुति सरकार से कई अपेक्षाएं हैं।
नाना पटोले ने कहा कि उनको शपथ ग्रहण समारोह का कोई निमंत्रण नहीं मिला। अगर न्योता मिलता तो वे कार्यक्रम में जरूर शामिल होते। वैसे मेरा मित्र मुख्यमंत्री बन गया है, उसको शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि नई सरकार महंगाई पर लगाम लगाएगी। साथ ही किसानों और युवाओं की समस्याओं का समाधान करेगी। सोयाबीन और कपास के किसानों से किया गया वादा पूरा किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीद है कि फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र अगले पांच सालों में प्रगति करेगा। मुख्यमंत्री कांट्रैक्ट पर भर्तियां न करने और विभिन्न विभागों में खाली पदों को भरने का काम करेंगे। इसके अलावा पटोले ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम की अधिक बसें चलाने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि नई सरकार को महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था सुधारनी चाहिए। इसे नशा मुक्त राज्य बनाना चाहिए।
गुरुवार को मुंबई के आजाद मैदान पर देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया था। इसके अलावा बड़ी संख्या में राजनीतिक, उद्योग और फिल्म जगत की हस्तियों ने शिरकत की थी। जबकि कार्यक्रम में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख पटोले समेत विपक्ष का कोई नेता नहीं पहुंचा था।
विधानसभा चुनाव में पार्टियों का प्रदर्शन
राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला महायुति और महा विकास अघाड़ी गठबंधनों के बीच था। जिसमें महायुति ने बाजी मारते हुए 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें भाजपा ने अकेले 132 सीट, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार गुट की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं इसके उलट महा विकास अघाड़ी को 288 सीटों में से मात्र 46 सीटें ही हासिल की है। इसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ने 20 सीट, कांग्रेस ने 16 और शरद पवार की एनसीपी-एसपी ने सिर्फ 10 ही सीटें विधानसभा चुनाव में जीतीं।